उकार बहुला बोली मानी जाती है-
A) अवधी
B) भोजपुरी
C) बघेली
D) छत्तीसगढी
Answer : D
Description :
उकार बहुला छत्तीसगढ़ी बोली मानी जाती है। अवधी की प्रथम रचना मुल्ला दाऊद 'चांदायन' मानी जाती है। सूफी कवियों में मलिक मोहम्मद जायसी तथा राम भक्त कवियों में गोस्वामी तुलसीदास, बाबा रामचरणदास, रघुनाथ आदि ने अवधी में अपनी रचनाएँ लिखी। बैजू, शम्भू आदि कवियों ने बघेली बोली में साहित्य का सृजन किया। कवि ठाकुर का विदेशिया नृत्य नाटक भोजपुरी बहुत लोकप्रिय है। 'कवि ठाकुर' को भोजपुरी बोली का सेक्सपियर भी माना जाता है।
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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित ‘लिपि सुधार-परिषद’ की 28, 29 नवम्बर, 1953 को हुई बैठक की अध्यक्षता की थी-
A) तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन ने
B) तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्षन ने
C) तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ. वी.वी. गिरि ने
D) तत्कालीन उपराष्ट्रपति श्री वी.डी. जत्ती ने
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इन बोलियों को उनके बोली क्षेत्र से सुमेलित कीजिये-
| (a) बाँगरु | 1. अलीगढ़ |
| (b) भोजपुरी | 2. मेरठ |
| (c) कुमाउँनी | 3. अल्मोड़ा |
| (d) खड़ी बोली | 4. छपरा |
| 5. रोहतक |
कूट : (a) (b) (c) (d)
A) 5 4 3 2
B) 4 3 2 1
C) 1 4 3 2
D) 3 2 4 1
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विश्व में हिन्दी भाषा को ____________ स्थान प्राप्त है।
A) प्रथम
B) द्वितीय
C) तृतीय
D) चतुर्थ
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रोमन लिपि का प्रयोग किस भाषा के लिए नहीं होता है?
A) कुल्लुई
B) फ्रेंच
C) जर्मन
D) स्पेनिश
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मुस्लिम शासकों के समय भारत में न्यायालयो की भाषा कौन-सी थी?
A) उर्दू
B) संस्कृत
C) हिन्दी
D) अरबी-फारसी