बोली का क्षेत्र जब थोड़ा विकसित हो जाता है, और उसमें साहित्य की रचना होने पर क्या बन जाती है?
A) ब्रजभाषा
B) उपभाषा
C) लिपि
D) क्षेत्रीय रुप
Answer : B
Description :
बोली का क्षेत्र जब थोड़ा विकसित हो जाता है और उसमें साहित्य की रचना होने पर वह उपभाषा बन जाती है।
अन्य विकल्प सम्बन्धित हैं-
ब्रजभाषा- श्री मद्भागवत के रचना काल में ब्रज शब्द क्षेत्रवासी हो गया था, इस जनपदीय बोली ने अपने उत्थान एवं विकास के साथ आदरार्थ भाषा नाम प्राप्त किया और ब्रजबोली नाम से नहीं अपितु ब्रजभाषा के नाम से विख्यात हुई।
लिपि- ध्वनियों को लिखने के लिए जिन चिन्हों का प्रयोग किया जाता है, वही लिपि कहलाती है।
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सुमेलित कीजिये-
भाषा रचना
(a) अवहट्ट 1. भँवरगीत
(b) ब्रजभाषा 2. प्रियप्रवास
(c) अवधी 3. कीर्तिलता
(d) खड़ी बोली 4. प्रबंध चिन्तामणि
5. मधुमालती
कूट : (a) (b) (c) (d)
A) 4 3 2 1
B) 5 4 2 3
C) 1 5 3 4
D) 3 1 5 2
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सही विकल्प बताओं-
भाषा संकेतात्मक है इसमें जो ध्वनियाँ उच्चारित होती हैं वे-
A) ध्वनियाँ संकेतात्मक या अप्रतीकात्मक होती है।
B) ध्वनियाँ संकेतात्मक या प्रतीतात्मक होती है।
C) ध्वनियाँ संकेतात्मक या प्रतीकात्मक होती है।
D) ध्वनियाँ संकेतात्मक या प्रगीकात्मक होती है।
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सूरदास और नंददास की काव्य रचनाओं की भाषा कौन-सी थी?
A) खड़ी बोली
B) ब्रजभाषा
C) संस्कृत
D) प्राकृत
 
    