Question :
A) हाइड्रोजनीकरण
B) उत्प्रेरकी भंजन
C) प्रभाजी आसवन
D) बहुलकीकरण
Answer : C
पेट्रोलियम में पाए जाने वाले हाइड्रोकार्बन के पृथक्करण में प्रायः यह प्रक्रिया अपनाई जाती है-
A) हाइड्रोजनीकरण
B) उत्प्रेरकी भंजन
C) प्रभाजी आसवन
D) बहुलकीकरण
Answer : C
Description :
प्रभाजी आसवन-पेट्रोलियम में पाए जाने वाले हाइड्रोकार्बन के पृथक्करण में यह प्रक्रिया अपनायी जाती है।
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निम्नलिखित में से कौन नाइट्रोजन चक्र में भाग नहीं लेता है?
A) जीवाणु
B) CO2
C) HNO3
D) NH3
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सोडियम क्लोराइड में क्या होता है?
A) सह-संयोजी बन्ध
B) वैद्युत संयोजी बन्ध
C) समन्वयी उप-सह-संयोजकता
D) इनमें से कोई नहीं
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नाइट्रोजन की अधिकतम मात्रा निम्नलिखित पदार्थ में पाई जाती है-
A) यूरिया
B) अमोनियम सल्फेट
C) अमोनियम नाइट्रेट
D) अमोनियम क्लोराइड
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व्यापारिक तौर पर अमोनिया का उत्पादन अत्यावश्यक है क्योंकि यह निम्नलिखित के काम में आता है -
A) बहुलकीकरण से प्रोटीन बनाने में
B) साबुन बनाने में
C) कृत्रिम खाद्य पदार्थ बनाने में
D) उर्वरक बनाने में