यदि चालू अनुपात 2 : 1 हो तो सम्पत्तियों एवं दायित्वों में समान वृद्धि का प्रभाव होगा:
A) चालू अनुपात बढ़ेगा
B) इसमें कमी होगी
C) कार्यशील पूँजी प्रभावित होगी
D) कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
Answer : B
Description :
चालू अनुपात एक तरलता अनुपात है जो किसी कंपनी के अल्पकालिक दायित्वों या एक वर्ष के भीतर देय भुगतान करने की क्षमता को मापता है। यह निवेशकों और विश्लेषकों को बताता है कि कैसे एक कंपनी अपने चालू कर्ज और अन्य देनदारियों को पूरा करने के लिए अपनी बैलेंस शीट पर चालू संपत्ति को अधिकतम कर सकती है।
जब चालू अनुपात 2 : 1 होता है, तो चालू संपत्तियों और चालू देनदारियों में सामान्य वृद्धि चालू अनुपात को कम कर देगी।
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कार्यस्थल एवं सामाजिक अन्योन्यक्रिया में लोगों के व्यवहार, जरुरत एवं अभिवृत्ति को समझने के महत्व पर बल देता है, निम्न कहलाता हैः
A) नौकरशाही परिप्रेक्ष्य
B) मानवतावादी परिप्रेक्ष्य
C) प्रतिष्ठित परिप्रेक्ष्य
D) वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य
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निम्नांकित में से किसे सामान्यतः परिचालन प्रबंधन के एक आयाम के रुप में नहीं माना जाएगा?
A) गुणवत्ता बनाए रखना
B) उत्पाद या सेवा डिजाइन
C) सुरक्षित वित्तीय संसाधन
D) इनवेंटरीज का प्रबंधन
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निम्नलिखित में से किसके अतिरिक्त सभी संचालन प्रबंधन के विषय क्षेत्र में आता है?
A) वित्तीय विश्लेषण
B) उत्पादों और प्रक्रियाओं की डिजाइन
C) सुविधाओं का स्थान
D) उपर्युक्त सभी संचालन प्रबन्धन के विषय-क्षेत्र में आते हैं।
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वित्तीय प्रबंधन का निर्णय प्रकार्य, _________ निर्णयों में खंडित किया जा सकता है।
A) केवल वित्तीयन और निवेश
B) निवेश, वित्तीयन और परिसंपत्ति प्रबंधन
C) केवल वित्तीयन और लाभांश
D) निवेश, वित्तीयन और परिसंपत्ति प्रबंधन
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हर्ज़बर्ग के दो-कारक सिद्धांत के अनुसार, कार्य पर्यावरण में कौन से कारण प्रेरणा को नहीं बढ़ाते हैं, लेकिन इनकी अनुपस्थिति से अंसतोष बढ़ जाता है?
A) डिस्सैटिसफायर्स
B) अभिप्रेरक (मोटिवेटर्स)
C) सैटिसफायर्स
D) स्वच्छता कारक (हाइज़ीन फैक्टर्स)