Question :
A) हम उनकी समता में नहीं ठहर सकते।
B) आप उनकी समता में नहीं ठहर सकते।
C) आप उनकी समता में नहीं ठहर सकाते।
D) आपे उनकी समता में नहीं ठहरे सकते।
Answer : B
शुद्ध वाक्य बताएँ-
आप उनकी सम-तुल्यता में नहीं ठहर सकते।
A) हम उनकी समता में नहीं ठहर सकते।
B) आप उनकी समता में नहीं ठहर सकते।
C) आप उनकी समता में नहीं ठहर सकाते।
D) आपे उनकी समता में नहीं ठहरे सकते।
Answer : B
Description :
आप उनकी सम-तुल्यता में नहीं ठहर सकते। इस वाक्य का शुद्ध रुप - आप उनकी समता में नहीं ठहर सकते। ‘समता’ का अर्थ बराबरी, तुल्यता है।
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निम्नलिखित में से शुद्ध वाक्य चिन्हित कीजिए।
A) उसने प्राण निकल गये।
B) उसका प्राण निकल गया।
C) उसका प्राणपखेरु उड़ गया।
D) प्राण उसका खत्म हो गया।
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निर्देश (प्रश्न संख्या 217 और 218) : में, लिखित वाक्यों में से शुद्ध वाक्य का चयन कीजिए।
A) वह प्रमाण सहित अपनी बात बताएगा।
B) वह सप्रमाण के साथ अपनी बात बताएगा।
C) एक प्रमाण के सहित वह अपनी बात बताएगा।
D) वह सप्रमाण सहित अपनी बात बताएगा।
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एक वाक्य शुद्ध है-
A) खेत जोतने के पारम्परिक उपादान हल का स्थान अब ट्रैक्टर ने ले लिया है।
B) निरपराधी के विरुद्ध दंडनात्मक कार्यवाही का किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
C) श्रीमती रेड्डी जिस स्तर की नृत्यांगना हैं उनके पति उस स्तर के नृत्यांगन नहीं हैं।
D) शिक्षा प्रणाली जनोपयोगी होनी चाहिए।
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दिए गए विकल्पों में से उचित एवं शुद्ध वाक्य पहचानिए।
A) आजकल शिक्षा को बड़ा महत्व दिया जा रहा है।
B) शिक्षा पर आजकल बड़ा महत्व है।
C) आजकल शिक्षा का बड़ा प्रचलन है
D) आजकल शिक्षा पर बड़ा महत्त्व है।
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निर्देश (363-365) : निम्नलिखित वाक्यों में कुछ त्रुटियाँ हैं और कुछ ठीक हैं। त्रुटि वाले वाक्यों को चुने और उसके अनुरुप (A), (B), (C) पर चिन्ह लगाएँ। यदि वाक्य त्रुटिहीन हो, तो (D) पर चिन्ह लगाएँ।
A) मनुष्य की अनुभूतियों का प्राकृतिक रुप पशु प्रवृत्तियों से अभिन्न है।
B) शिक्षा मानव-समाज की अत्यंत महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है।
C) मनुष्य संसार में अपनी स्वाभाविक और प्राकृतिक विशेषताओं सहित उत्पन्न होता है।
D) कोई त्रुटि नहीं