‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में उपचारिकता नहीं होती।’ इस वाक्य में उपचारिकता का शुद्ध रुप है-
A) उपचौरिकता
B) उपचारीकता
C) औपचारिकता
D) औपचारीकता
Answer : C
Description :
उपर्युक्त वाक्य में ‘उपचारिकता’ का शुद्ध रुप औपचारिकता होगा। इस प्रकार शुद्ध वाक्य - . ‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में औपचारिकता नहीं होती।’
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“वह, तुम और हम बाजार जाएँगे।” वाक्य को शुद्ध कीजिए।
A) तुम, वह और हम बाजार जाएँगे।
B) वह, तुम और हम बाजार जाएँगे।
C) हम, तुम और वह बाजार जाएँगे।
D) वह, हम और तुम बाजार जाएँगे।
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निर्देश (प्रश्न सं. 141 से 143 तक) : दिए गए वाक्यों में से कुछ में त्रुटियाँ है और कुछ ठीक हैं। वाक्य के जिस भाग में त्रुटियाँ हों, उसके अनुरुप अक्षर (A), (B), (C) वाले अण्डाकार खाने को काला करें। यदि वाक्य में कोई त्रुटि न हों, तो (D) वाले अंण्डाकार खाने को पूरी तरह काला करें।
A) मैं कल लेने गई थी।
B) बाजार में भारी-भरकम भीड़ था।
C) बाजार में चलना मुश्किल था।
D) कोई त्रुटि नहीं।
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शुद्ध वाक्य छॉटिए-
A) मुझसे यह काम संभव नहीं हो सकता।
B) वह बिल्कुल बात करना नहीं चाहती थी।
C) मैं आपकी भक्ति करता हूँ।
D) बाघ और बकरी एक घाट पानी पीती हैं।
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शुद्ध वाक्य का चयन करें।
A) इस ग्रंथ का निर्माण तुलसीदास ने किया।
B) समाज की वर्तमान दशा चिंताजनक है।
C) मैंने तरह-तरह के रेशम के कपड़े पसंद किए।
D) तुम्हारी दृष्टि तुम्हारी पुस्तक पर होनी चाहिए।
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“हमारा अध्यापक अमेरिका की वाद-विवाद प्रतियोगिता क विजेता बन, भारत लौट आया।”
रेखांकित शब्द के स्थान उपयुक्त विकल्प का प्रयोग करें।
A) अध्यापकों
B) अध्यापक लोग
C) अध्यापक समेह
D) अध्यापक वृन्द