Question :

‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में उपचारिकता नहीं होती।’ इस वाक्य में उपचारिकता का शुद्ध रुप है-


A) उपचौरिकता
B) उपचारीकता
C) औपचारिकता
D) औपचारीकता

Answer : C

Description :


उपर्युक्त वाक्य में ‘उपचारिकता’ का शुद्ध रुप औपचारिकता होगा। इस प्रकार शुद्ध वाक्य - .  ‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में औपचारिकता नहीं होती।’


Related Questions - 1


निम्नलिखित वाक्यों में से कौन-सा वाक्य शुद्ध है?


A) विद्या श्रेष्ठ धन होती है।
B) विद्या श्रेष्ठ धन होता है।
C) विद्या श्रेष्ठ धन मानी जाती है।
D) विद्या श्रेष्ठ धन नहीं होती है।

View Answer

Related Questions - 2


“महान व्यक्तियों में भौतिक वस्तुओं के प्रति ____________ पाई जाती है।” वाक्य के रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए उपयुक्त शब्द छाँटिए।


A) निर्लिप्तता
B) लिप्तता
C) निष्कपटता
D) निपटता

View Answer

Related Questions - 3


‘उसने संतोष का साँस ली।’ वाक्य का शुद्ध रुप क्या होगा?


A) उसने संतोष के सांस लिए।
B) उसने संतोष की सांस लिए।
C) उसने संतोष को सांस लिए।
D) उसने संतोष की सांस ली।

View Answer

Related Questions - 4


‘उसे मृत्यु-दण्ड की सजा मिली’ प्रस्तुत वाक्य की अशुद्धि स्पष्ट करें।


A) संस्कृत के शब्दों का प्रयोग हुआ है।
B) विदेशी शब्द ‘संज्ञा’ का प्रयोग हुआ है।
C) दण्ड और सजा समानार्थी शब्दों का प्रयोग हुआ है।
D) कोई अशुद्धि नहीं है।

View Answer

Related Questions - 5


निम्नलिखित चार-चार विकल्पों में से शुद्ध वाक्य का चयन कीजिए।


A) प्रत्येक को दो-दो पुस्तकें दीजिए।
B) प्रत्येक को दो पुस्तकें दीजिए।
C) हर एक को दो-दो पुस्तकें दीजिए।
D) प्रत्येक व्यक्ति को दो पुस्तकें दीजिए।

View Answer