Question :

‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में उपचारिकता नहीं होती।’ इस वाक्य में उपचारिकता का शुद्ध रुप है-


A) उपचौरिकता
B) उपचारीकता
C) औपचारिकता
D) औपचारीकता

Answer : C

Description :


उपर्युक्त वाक्य में ‘उपचारिकता’ का शुद्ध रुप औपचारिकता होगा। इस प्रकार शुद्ध वाक्य - .  ‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में औपचारिकता नहीं होती।’


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निर्देश (प्रश्न सं. 135 से 137 तक) : निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए चार वाक्यों में एक वाक्य शुद्ध है और तीन अशुद्ध हैं। शुद्ध वाक्य को चुनिए।


A) उसे बहादुरी करने से पुरस्कार मिलेगा।
B) उसे बहादुरी के लिए पुरस्कार मिलेगा।
C) उसे बहादुरी के ऊपर पुरस्कार मिलेगा।
D) उसे बहादुरी की पुरस्कार मिलेगा।

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शुद्ध वाक्य चुनिए।


A) वेदों के छः अंग माने जाते हैं।
B) वेदों में छः माने जाते हैं।
C) वेदों से छः अंग माने जाते हैं.
D) वेदों पर छः अंग माने जाते हैं।

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‘आलोचकों के अनुरुप हमें अपनी रचना में परिवर्तन करना होगा।’

 

इस वाक्य में किसी एक शब्द का सन्दर्भ और भाव की दृष्टि से उपयुक्त प्रयोग नहीं हुआ है। उस शब्द का चयन कीजिये।


A) आलोचकों
B) अनुरुप
C) रचना
D) परिवर्तन

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दिए गए विकल्पों में से सही वाक्य का चयन करें।


A) तलवार एक उपयोगी फौलाद हैं।
B) तलवार एक उपयोगी शास्त्र हैं।
C) तलवार एक उपयोगी शस्त्र हैं।
D) तलवार एक उपयोगी अस्त्र हैं।

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निर्देश (प्रश्न 282 - 286) : प्रत्येक प्रश्न में एक वाक्य दिया गया है, जो चार भागों में विभाजित है। प्रत्येक वाक्य को पढ़कर यह पता लगाने का प्रयास करें कि इसके किसी भाग में भाषा, व्याकरण, वाक्य रचना या शब्दों के गलत प्रयोग का कोई दोष है या नहीं। यदि है तो वह वाक्य के किसी एक भाग में होगा। उस भाग का आपका उत्तर केवल लिखे A, B, C, D से ही होगा।


A) सच्चा मित्र है
B) जो आपत्ति के समय
C) सहायता करें
D) कोई त्रुटि नहीं

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