Question :

‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में उपचारिकता नहीं होती।’ इस वाक्य में उपचारिकता का शुद्ध रुप है-


A) उपचौरिकता
B) उपचारीकता
C) औपचारिकता
D) औपचारीकता

Answer : C

Description :


उपर्युक्त वाक्य में ‘उपचारिकता’ का शुद्ध रुप औपचारिकता होगा। इस प्रकार शुद्ध वाक्य - .  ‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में औपचारिकता नहीं होती।’


Related Questions - 1


वाक्य में त्रुटिपूर्ण भाग का चयन कीजिये। यदि कोई त्रुटि न हो तो (D) भाग का चयन कीजिये।

 

भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।


A) भारत
B) सबसे बड़ा
C) लोकतांत्रिक देश है।
D) कोई त्रुटि नहीं।

View Answer

Related Questions - 2


दिए गए विकल्पों में से शुद्ध वाक्य पहचानिए।


A) मोर के पंख सुंदर होते हैं।
B) मोरो के पंख सुंदर होते हैं।
C) मोरो के पंख सुंदर होते हैं।
D) मोर का पंख सुंदर होता हैं।

View Answer

Related Questions - 3


निर्देश (प्रश्न सं. 144 से 146 तक) : नीचे दिए गए वाक्यों में से कुछ में त्रुटियाँ है और कुछ ठीक हैं। वाक्य के जिस भाग में त्रुटियाँ हों, उसके अनुरुप अक्षर (A), (B), (C) वाले अण्डाकार खाने को काला करें। यदि वाक्य में कोई त्रुटि न हों, तो (D) वाले अंण्डाकार खाने को पूरी तरह काला करें।


A) दया धर्म का मूल है
B) पाप मूल अभिमान
C) दया स्वयं भगवान है इसको मन में जान।
D) कोई त्रुटि नहीं।

View Answer

Related Questions - 4


निम्नलिखित वाक्यों में शुद्ध वाक्य है-


A) यहाँ गन्ने का ताजा रस बिकता है।
B) यहाँ ताजे गन्ने का रस बिकता है।
C) ताजा गन्ने का रस यहाँ बिकता है।
D) ताजी गन्ने का रस यहाँ बिकता है।

View Answer

Related Questions - 5


आपने अभी मेरे साथ चलना है। वाक्य का शुद्ध रुप होगा-


A) अभी मेरे साथ चलना होता है।
B) आपको अभी मेरे साथ चलना है।
C) मेरे साथ चलना आपको अभी है।
D) अभी मेरे आपको साथ चलना है।

View Answer