Question :
A) उपचौरिकता
B) उपचारीकता
C) औपचारिकता
D) औपचारीकता
Answer : C
‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में उपचारिकता नहीं होती।’ इस वाक्य में उपचारिकता का शुद्ध रुप है-
A) उपचौरिकता
B) उपचारीकता
C) औपचारिकता
D) औपचारीकता
Answer : C
Description :
उपर्युक्त वाक्य में ‘उपचारिकता’ का शुद्ध रुप औपचारिकता होगा। इस प्रकार शुद्ध वाक्य - . ‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में औपचारिकता नहीं होती।’
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सही विकल्प का चयन करें जो शुद्ध वाक्य है।
A) वह सारी रात भर पढ़ता रहा।
B) वह सारी रात पढ़ता रहा।
C) रात भर पढ़ता रहा वह।
D) पढ़ता रहा वह सारी रात भर।
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‘वह बेक्ती नियाय प्रिय था।’ वर्तनीगत त्रुटि सुधारें।
A) वह व्यक्ती नियाय प्रिय था।
B) वह व्यक्ति न्यायप्रिय था।
C) वह व्यक्ति न्याय प्रिय था।
D) वह व्यक्ति नियाय प्रिय था।
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निम्नलिखित में एक वाक्य त्रुटिपूर्ण है-
A) निरपराधी को सजा नहीं देनी चाहिए।
B) वह सकुशल घर पहुँचा गया।
C) मोती सीप में पतला है।
D) व्यापारी ने पाँच कुंतल कोयला खरीदा।
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निर्देश (363-365) : निम्नलिखित वाक्यों में कुछ त्रुटियाँ हैं और कुछ ठीक हैं। त्रुटि वाले वाक्यों को चुने और उसके अनुरुप (A), (B), (C) पर चिन्ह लगाएँ। यदि वाक्य त्रुटिहीन हो, तो (D) पर चिन्ह लगाएँ।
A) मनुष्य की अनुभूतियों का प्राकृतिक रुप पशु प्रवृत्तियों से अभिन्न है।
B) शिक्षा मानव-समाज की अत्यंत महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है।
C) मनुष्य संसार में अपनी स्वाभाविक और प्राकृतिक विशेषताओं सहित उत्पन्न होता है।
D) कोई त्रुटि नहीं
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वह गीत की दो-चार लड़ियाँ गाती है। वाक्य के किस भाग में अशुद्धि है?
A) वह
B) गीत की
C) दो-चार
D) लड़ियाँ गाती है।