Question :
A) उपचौरिकता
B) उपचारीकता
C) औपचारिकता
D) औपचारीकता
Answer : C
‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में उपचारिकता नहीं होती।’ इस वाक्य में उपचारिकता का शुद्ध रुप है-
A) उपचौरिकता
B) उपचारीकता
C) औपचारिकता
D) औपचारीकता
Answer : C
Description :
उपर्युक्त वाक्य में ‘उपचारिकता’ का शुद्ध रुप औपचारिकता होगा। इस प्रकार शुद्ध वाक्य - . ‘जहाँ आत्मीयता हो, वहाँ विचार-विनिमय में औपचारिकता नहीं होती।’
Related Questions - 1
निम्नलिखित वाक्यों में से कौन-सा शुद्ध है?
A) मैंने बाजार से सामान खरीदा।
B) उसने बाजार नहीं जाना है।
C) हम तो आपको बता दिये थे।
D) मुझे अपने गुरु के ऊपर श्रद्ध है।
Related Questions - 2
निम्न वाक्यों में एक वाक्य व्याकरण की दृष्टि से अशुद्ध है, पहचानिए।
A) शुष्क इलाकों में पानी की आपूर्ति के लिये बारिश या बर्फबारी बढ़ाई जा सकती है।
B) युद्ध के समय गीता को लिखना कृष्ण के ही बस की बात थी।
C) स्वयं वे भी अपनी बीमारी को लेकर दुखी थे।
D) हम जानते हैं कि सूर्य ऊर्जा का एक अथाह भण्डार है।
Related Questions - 3
‘आप शनिवार के दिन चले जाएं।’ इस वाक्य का शुद्ध वाक्य क्या होगा?
A) आपने शनिवार को चले जाएं।
B) आप शनिवार चले जाएं।
C) आप शनिवार को चले जाएं।
D) आप शनिवार को चले आए।
Related Questions - 4
निम्नलिखित में से शुद्ध वाक्य है-
A) स्नेहा ने गीत की दो-चार लड़ियाँ गाई।
B) परीक्षा की प्रणाली बदलना चाहिए।
C) मुझे बड़ी भूख लगी है।
D) केरल अहिन्दी भाषी प्रान्त है।
Related Questions - 5
निम्नलिखित में एक वाक्य अशुद्ध है-
A) उसका कहना था कि आप उसे जानते हैं।
B) राम गाते-गाते सरोवर तक गया।
C) वह प्रायः मेरे यहाँ आता था।
D) आम सभा में प्रत्येक वर्गो के प्रतिनिधि उपस्थिति थे।