Question :

जो क्रिया कर्म का बोध नहीं कराती है, उसे कहते हैं-


A) प्रेरणार्थक क्रिया
B) संयुक्त क्रिया
C) अकर्मक क्रिया
D) सकर्मक क्रिया

Answer : C

Description :


जो क्रिया कर्म का बोध नहीं कराती या जिन क्रियाओं के संपादन में कर्म की आवश्यकता नहीं होती है, उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं।

 

अन्य विकल्प सम्बन्धित हैं-

 

प्रेरणार्थक क्रिया – जिन क्रियाओं से इस बात का बोध हो कि कर्त्ता स्वयं कार्य न करके किसी दूसरे को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।

संयुक्त क्रिया – जो क्रिया दो या दो से अधिक धातुओं के मेल से बनती है।


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“कहत नटत रीझत खिझत मिलत खिलत लजियात।

भरे भौन मैं करत हैं, नैनन ही सो बात”

 

उपर्युक्त दोहे में प्रयुक्त मुख्य क्रियापदों की संख्या है-


A) एक
B) दो
C) सात
D) आठ

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कौन-सा संयुक्त क्रिया का भेद नहीं है?


A) अवकाशबोधक
B) निश्चयबोधक
C) नित्यताबोधक
D) नामबोधक

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अधोलिखित किस वाक्य में अकर्मक क्रिया है?


A) मैं पुस्तक पढ़ता हूँ।
B) ये चीजें तुम्हारा जी ललचाती है।
C) श्याम सोता है।
D) वह अपना सिर खुजलाता है।

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निम्न में कौन-सी सकर्मक क्रिया है?


A) दौड़ना
B) रुठना
C) मुस्कुराना
D) पीना

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निम्नलिखित में से एक अकर्मक क्रिया है-


A) काटना
B) बोना
C) धोना
D) रोना

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