Question :

जो क्रिया कर्म का बोध नहीं कराती है, उसे कहते हैं-


A) प्रेरणार्थक क्रिया
B) संयुक्त क्रिया
C) अकर्मक क्रिया
D) सकर्मक क्रिया

Answer : C

Description :


जो क्रिया कर्म का बोध नहीं कराती या जिन क्रियाओं के संपादन में कर्म की आवश्यकता नहीं होती है, उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं।

 

अन्य विकल्प सम्बन्धित हैं-

 

प्रेरणार्थक क्रिया – जिन क्रियाओं से इस बात का बोध हो कि कर्त्ता स्वयं कार्य न करके किसी दूसरे को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।

संयुक्त क्रिया – जो क्रिया दो या दो से अधिक धातुओं के मेल से बनती है।


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‘निरन्तरात-बोधक’ संयुक्त क्रिया का उदाहरण है?


A) दे डालो
B) पानी बरसने लगा
C) बरसता रहता है
D) पा लिया

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‘यहाँ पढ़ा नहीं जाता’ वाक्य में कौन-सा वाच्य प्रयुक्त हुआ है?


A) कर्मवाच्य
B) भाववाच्य
C) कर्तृवाच्य
D) अवधिवाच्य

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‘चिड़िया आकाश में उड़ रही है’ वाक्य में ‘उड़ रही’ क्रिया है-


A) प्रेरणार्थक क्रिया
B) अपूर्णकालिक क्रिया
C) सकर्मक क्रिया
D) अकर्मक क्रिया

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मुख्य क्रिया के अर्थ को स्पष्ट करने वाली क्रिया होती है-


A) सहायक क्रिया
B) प्रेरणार्थक क्रिया
C) नामबोधक क्रिया
D) नामधातु क्रिया

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‘मीरा जोर से हँसी।’ यह वाक्य किस क्रिया का समुचित उदाहरण है?


A) अकर्मक
B) प्रेरणार्थक
C) द्विकर्मक
D) सकर्मक

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