Question :

क्रिया के मूल रुप को क्या कहते हैं?


A) पद
B) रुप
C) धातु
D) शब्द

Answer : C

Description :


क्रिया के मूल रुप को धातु कहते हैं। हिन्दी की अधिकांश क्रियाएँ धातु से बनती है। धातु में ‘ना’ जोड़ने से क्रिया का सामान्य रुप बनता है, जैसे – पढ़ (धातु) + न = पढ़ना।


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‘ये चीजें तुम्हारा जी ललचाती हैं।’ इस वाक्य में ‘ललचाती है।’ निम्न में किस क्रिया का उदाहरण है?


A) सकर्मक
B) पूर्वकालिक
C) अकर्मक
D) प्रेरणार्थक

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‘जागना’ मूल रुप क्रिया का प्रथम प्रेरणार्थक रुप क्या होगा?


A) जगाना
B) जगवाना
C) जागवाना
D) जाग

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जहाँ दो या दो अधिक धातुओं का प्रयोग साथ-साथ किया जाता है, वह क्रिया क्या कहलाती है?


A) सकर्मक
B) अकर्मक
C) संयुक्त
D) नामधातु

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निम्न में प्रेरणार्थक क्रिया है-


A) उठना
B) चमकना
C) गिराना
D) देना

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‘चूड़ी’ अच्छी थी’ में ‘थी’ कौन-सी क्रिया है?


A) योजन क्रिया
B) अधिकारद्योतक क्रिया
C) औचित्यबोधक
D) अप्रत्यक्ष क्रिया

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