Question :

क्रिया के मूल रुप को क्या कहते हैं?


A) पद
B) रुप
C) धातु
D) शब्द

Answer : C

Description :


क्रिया के मूल रुप को धातु कहते हैं। हिन्दी की अधिकांश क्रियाएँ धातु से बनती है। धातु में ‘ना’ जोड़ने से क्रिया का सामान्य रुप बनता है, जैसे – पढ़ (धातु) + न = पढ़ना।


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“मोहन पिताजी को पत्र लिख रहा है।” वाक्य में क्रिया का ___________ भेद प्रयुक्त हुआ है। रिक्त स्थान के लिए उचित विकल्प कौन-सा है?


A) प्रेरणार्थक
B) नामधातु
C) अकर्मक
D) सकर्मक

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‘मीरा जोर से हँसी।’ यह वाक्य किस क्रिया का समुचित उदाहरण है?


A) अकर्मक
B) प्रेरणार्थक
C) द्विकर्मक
D) सकर्मक

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‘जागना’ मूल रुप क्रिया का प्रथम प्रेरणार्थक रुप क्या होगा?


A) जगाना
B) जगवाना
C) जागवाना
D) जाग

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अधोलिखित किस वाक्य में अकर्मक क्रिया है?


A) रामू खाना खा रहा है।
B) चालक गाड़ी चलाता है।
C) श्याम हँसता है।
D) माँ स्वेटर बुनती है।

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‘चिड़िया आकाश में उड़ रही है’ वाक्य में ‘उड़ रही’ क्रिया है-


A) प्रेरणार्थक क्रिया
B) अपूर्णकालिक क्रिया
C) सकर्मक क्रिया
D) अकर्मक क्रिया

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