Question :

'अवहट्ठ' भाषा से तात्पर्य है-


A) ग्रामीण अपभ्रंश
B) परिनिष्ठ अपभ्रंश
C) ग्रामीण प्राकृत
D) परिनिष्ठित प्राकृत

Answer : A

Description :


अपभ्रंश भाषा के परवर्ती रुप को विद्वानों ने ‘अवहट्ठ’ की संज्ञा दी है। 'अवहट्ठ' अपभ्रंश का ही विकृत या ग्रामीण रुप है।


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लिपि की आवश्यकता होती है-


A) भाषा बोलने में
B) भाषा लिखने में
C) भाषा संकेत में
D) तीनों में

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‘सूरसागर’ किस भाषा की कृति है?


A) खड़ी बोली
B) ब्रजभाषा
C) अवधी
D) पंजाबी

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संविधान के अनुच्छेद 351 में किस विषय का वर्णन है?


A) संघ की राजभाषा
B) उच्चतम न्यायालय की भाषा
C) पत्राचार की भाषा
D) हिन्दी भाषा के विकास से सम्बन्धित निर्देश

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जयपुरी का स्थानीय नाम है -


A) दाशार्णी
B) बागड़ी
C) ढूँढाडी
D) कुर्माज्वल

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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित ‘लिपि सुधार-परिषद’ की 28, 29 नवम्बर, 1953 को हुई बैठक की अध्यक्षता की थी-


A) तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन ने
B) तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्षन ने
C) तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ. वी.वी. गिरि ने
D) तत्कालीन उपराष्ट्रपति श्री वी.डी. जत्ती ने

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