Question :
A) सीसा, आए नहीं
B) शीशा, दर्पण
C) आया नहीं
D) हे भगवन
Answer : B
‘आइना’ को खड़ी बोली में क्या कहते हैं?
A) सीसा, आए नहीं
B) शीशा, दर्पण
C) आया नहीं
D) हे भगवन
Answer : B
Description :
‘आइना’ को खड़ी बोली में शीशा और दर्पण कहते हैं।
खड़ी बोली में ‘न’ के स्थान पर ‘ण’ का प्रयोग होता है, जैसे- खाणा, जाणा, अपणा आदि।
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निम्नलिखित भाषा रुपों और उनके प्रयोक्तओं को सुमेलित कीजिये-
सूची-I सूची-II
(a) दक्खिनी 1. दामोदर पंडित
(b) कोसली 2. कुतुबशाह
(c) ब्रजबुलि 3. सरहपाद
(d) संधाभाषा 4. शंकर देव अवतरं
5. कुतुबन
कूट : (a) (b) (c) (d)
A) 1 2 3 4
B) 2 1 3 4
C) 2 3 4 5
D) 5 4 2 1
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निम्नलिखित में से भाषा की प्रमुख प्रकृति कौन-सी है?
A) सरलता से क्लिष्टता की ओर
B) जटिलता से सरलता की ओर
C) भावों से विचारों की ओर
D) विचारों से भावों की ओर