Question :

हँसुए के ब्याह में खुरपी का गीत का अर्थ है -


A) शादी का गीत गाना
B) जश्न मनाना
C) असंगत बातें करना
D) निचले स्तर का कार्य करना

Answer : C

Description :



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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |

 

(1) जब तक प्रेमचन्द जी

(य) मुझे मुश्किल से घण्टे-आधे घण्टे का समय मिलता

(र) मेरे घर रहे

(ल) जब मैं उनके साथ चाय पीता था

(व) अन्यथा उनका समय अन्य व्यक्ति अधिकतर

(6) उनकी अनिच्छा से अपने अधिकार में कर लेते।


A) य व ल र
B) र य ल व
C) ल र व य
D) व य र ल

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‘कर्पूर’ शब्द का तद्भव रुप है -


A) कपूर
B) कपड़ा
C) कर्कट
D) खप्पर

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जैसी करनी, वैसी भरनी का अर्थ है -


A) कार्य के अनुसार परिणाम मिलता है
B) जो जितना उधार लेता है, उसे उतना ही लौटाना पड़ता है
C) बुरे काम का बुरा परिणाम होता है
D) अच्छा फल चाहने वाले को बुरा काम छोड़ दोना चाहिए

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‘तद्भव’ शब्द निर्दिष्ट कीजिए -


A) आधा
B) कूप
C) विद्या
D) व्योम

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प्रत्युकार, प्रतिदिन व प्रत्युपदेश में कौन उपसर्ग निहित है ?


A) वि
B) प्रति
C) नि
D)

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