Question :
A) शादी का गीत गाना
B) जश्न मनाना
C) असंगत बातें करना
D) निचले स्तर का कार्य करना
Answer : C
हँसुए के ब्याह में खुरपी का गीत का अर्थ है -
A) शादी का गीत गाना
B) जश्न मनाना
C) असंगत बातें करना
D) निचले स्तर का कार्य करना
Answer : C
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कनक कनक ते सौगुनी, मादकता अधिकाय।
वा खाए बौरात नर, या पाए बौराय।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
A) उपमा
B) यमक
C) अनुप्रास
D) श्लेष
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गये थे रोजा छुड़ाने, नमाज गले पड़ी का अर्थ है -
A) मुश्किल में पड़ जाना
B) कष्ट पहुँचना
C) गरीब हो जाना
D) उपकार करने के बदले स्वयं को दुःख भोगना पड़ा