Question :
A) अपनी ही प्रशंसा करना
B) अपनी बनाई हुई वस्तु सबको अच्छी लगती है
C) किसी को बोलने नहीं देना
D) दूसरों की वस्तु को तुच्छ समझना
Answer : B
कुम्हार अपना ही घड़ा सराहता है का अर्थ है -
A) अपनी ही प्रशंसा करना
B) अपनी बनाई हुई वस्तु सबको अच्छी लगती है
C) किसी को बोलने नहीं देना
D) दूसरों की वस्तु को तुच्छ समझना
Answer : B
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चरर मरर खुल गए अरर रवस्फुटों से में कौन-सा अलंकार है ?
A) अनुप्रास
B) श्लेष
C) यमक
D) उत्प्रेक्षा
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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |
(1) धनिया ने नाक सिकोड़कर कहा
(य) उसका नाम सुनकर
(र) मैंने तुमसे सौ बार
(ल) मेरे मुँह पर भाइयों का बखान न किया करो
(व) हजार बार कह दिया कि
(6) मेरे देह में आग लग जाती है।
A) य व र ल
B) र व ल य
C) ल य र ल
D) व य ल र