Question :
A) अपनी ही प्रशंसा करना
B) अपनी बनाई हुई वस्तु सबको अच्छी लगती है
C) किसी को बोलने नहीं देना
D) दूसरों की वस्तु को तुच्छ समझना
Answer : B
कुम्हार अपना ही घड़ा सराहता है का अर्थ है -
A) अपनी ही प्रशंसा करना
B) अपनी बनाई हुई वस्तु सबको अच्छी लगती है
C) किसी को बोलने नहीं देना
D) दूसरों की वस्तु को तुच्छ समझना
Answer : B
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दिवसावसान का समय
मेघमय आसमान से उतर रही है
वह संध्या-सुन्दरी परी सी
धीर-धीरे-धीरे।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
A) उपमा
B) रुपक
C) मानवीकरण
D) इनमें से कोई नहीं