Question :
A) अपनी ही प्रशंसा करना
B) अपनी बनाई हुई वस्तु सबको अच्छी लगती है
C) किसी को बोलने नहीं देना
D) दूसरों की वस्तु को तुच्छ समझना
Answer : B
कुम्हार अपना ही घड़ा सराहता है का अर्थ है -
A) अपनी ही प्रशंसा करना
B) अपनी बनाई हुई वस्तु सबको अच्छी लगती है
C) किसी को बोलने नहीं देना
D) दूसरों की वस्तु को तुच्छ समझना
Answer : B
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आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास का अर्थ है -
A) हरि भक्ति का मार्ग कठिन होता है
B) उद्देश्य की प्राप्ति में असफल होना
C) किसी कार्य विशेष की उपेक्षा कर किसी अन्य कार्य में लग जाना
D) ईश्वर भक्ति को छोड़कर व्यापार में लग जाना
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अति मलीन वृषभानुकुमारी।
अधोमुख रहति, उरध नहिं चितवत, ज्यों गथ हारे थकित जुआरी।
छूटे चिहुर बदन कुम्हिलानों, ज्यों नलिनी हिमकर की मारी।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
A) अनुप्रास
B) उत्प्रेक्षा
C) रुपक
D) उपमा