Question :

नाभिकीय रियेक्टर में भारी जल (D2O) का प्रयोग किस रुप में किया जाता है?


A) मंदक
B) शीतलक
C) परिक्षक
D) नियंत्रक

Answer : A

Description :


नाभिकीय रियेक्टर में भारी जल (D2O) का प्रयोग मंदक (Moderator) के रुप में होता है।

 

ग्रेफाइट का उपयोग भी मंदक के रुप में होता है।

 

न्यूट्रॉन को अवशोषित करने वाला छड़ नियंत्रक छड़ कहलाता है यह बोरोन तथा कैडमियम का बना होता है।


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पॉलिथीन का औद्योगिक उत्पादन निम्नलिखित के बहुलकीकरण द्वारा होता है-


A) मेथैन
B) एथेन
C) एथिलीन
D) स्टाइरीन

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कपड़े धोने वाला सोडा क्या है ?


A) सोडियम क्लोराइड
B) जलयोजित सोडियम कार्बोनेट
C) सोडियम बाइकार्बोनेट
D) कैल्शियम कार्बोनेट

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यद्यपि रोशन बल्ब के भीतर का तापमान लगभग 2700°C है, यथापि फिलामेन्ट जल नहीं जाता क्योंकि -


A) जिस धातु से यह बना होता है वह अग्नि प्रतिरोधी होता है
B) जलने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन बल्ब में मौजूद नहीं होती क्योंकि बल्ब निर्वातित (evacuated) होता है तथा उसमें अशुद्ध नाइट्रोजन या अक्रिय गैसें भरी होती हैं
C) यह संवृत (Closed) तंत्रों में नहीं जलता है
D) यह अधात्विक पदार्थ से बना होता है

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मलेरियारोधी औषधि के रुप में काम आने वाला यौगिक है -


A) क्लोरोक्वीन
B) नीयोप्रीन
C) हाइड्रोक्विनोन
D) एस्पिरीन

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अम्ल वर्षा किनके पर्यावरण-प्रदूषण से बनती है?


A) कार्बन डाइऑक्साइड व नाइट्रोजन
B) कार्बन मोनोऑक्साइड व कार्बन
C) ओजोन व कार्बन डाइऑक्साइड
D) नाइट्रस ऑक्साइड व सल्फर डाइऑक्साइड

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