मिश्रण के घटकों के क्वथनांकों की भिन्नता का उपयोग करते हुए किसी मिश्रण के घटकों को अलग करने की प्रक्रिया निम्नलिखित कहलाती है-
A) भंजक आसवन
B) प्रतिस्थापन
C) प्रभाजी आसवन
D) फिल्टरन
Answer : C
Description :
मिश्रण के घटकों के क्वथनांकों की भिन्नता का उपयोग करते हुए किसी मिश्रण के घटकों को अलग करने की प्रक्रिया को प्रभाजी आसवन कहते हैं।
प्रभाजी आसवन (Fractional Distillation) प्रभाजी आसवन विधि के द्वारा उन मिश्रित द्रवों का पृथक्करण किया जाता है जिसमें द्रवों के क्वथनांकों में बहुत कम अन्तर होता है। Ex. भूगर्भ से निकाले गये खनिज तेल से पेट्रोल, डीजल, मिट्टी का तेल प्रभाजी आसवन विधि द्वारा प्राप्त किया जाता है।
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किस प्रक्रम से समुद्र जल से सामान्य लवण प्राप्त किया जाता है ?
A) ऊर्ध्वपातन
B) वाष्पीकरण
C) क्रिस्टलन
D) फिल्टरन
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विक्रम सारा भाई अंतरिक्ष केन्द्र कहाँ स्थित है?
A) हैदराबाद
B) बंगलौर
C) ट्राम्बे
D) तिरुवनंतपुरम्
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शर्करा विलयन के किण्वन से बनने वाली गैस है-
A) सल्फर डाइऑक्साइड
B) कार्बन मोनोऑक्साइड
C) कार्बन डाइऑक्साइड
D) मेथेन
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निम्नलिखित में से कौन-सा लवण पानी में घुलनशील नहीं है?
A) K2CO3
B) BaCO3
C) CaCI2
D) NaSO4
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प्रोड्यूसर गैस का ईधन तथा नाइट्रोजन के स्रोत के रुप मे प्रयोग किया जाता है। यह गैस प्राप्त की जाती है-
A) गर्म वर्कयंत्र (Retort) पर तेल के छिड़काव द्वारा
B) पानी और हवा का मिश्रण तप्त कोक पर प्रवाहित करने पर
C) हवा को उदीप्त कोक के फैलाव पर प्रवाहित कराने पर
D) भाप को उदीप्त कोक पर प्रवाहित करने पर