Question :

जल की स्थाई कठोरता दूर करने के लिए यह विधि नहीं अपनाई जा सकती-


A) सोडियम कार्बोनेट मिलाना
B) आसवन
C) कॉस्टिक सोडा मिलाना
D) उबालना

Answer : B

Description :


आसवन विधि द्वारा जल की स्थायी कठोरता दूर की जाती है।

 

आसवन विधि द्वारा जल का शुद्धिकरण किया जाता है।

 

आसवन विधि द्वारा मुख्यतः द्रवों के मिश्रण को पृथक किया जाता है।

 

जल को उबालकर जल की अस्थायी कठोरता दूर की जाती है।


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प्रतिदीप्त नली (fluorescent tube) में साधारणतया काम में लाए जाने वाले पदार्थ हैं -


A) सोडियम ऑक्साइड और आर्गन
B) सोडियम वाष्प और निऑन
C) पारद वाष्प और आर्गन
D) मर्क्यूरिक ऑक्साइड और निऑन

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द्रवित पेट्रोलियम गैस के प्रमुख संघटक है-


A) मीथेन, इथेन, हेक्सेन
B) इथेन, हेक्सेन, ब्युटेन
C) ब्यूटेन और आइसो ब्यूटेन
D) मिथेन, ब्युटेन, हेक्सेन

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कभी-कभी यह देखा गया है कि जब हम किसी शीशे के बर्तन में गर्म दूध या जल डालते हैं तो वह चटक जाता हैं। इसका क्या कारण है ?


A) शीशा आसानी से गर्म हो जाता है
B) खौलते हुए द्रव अधिक दाब उत्पन्न करते हैं
C) शीशा ऊष्मा का खराब चालक है
D) शीशा अधातु होता है

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ब्रेड बनाने में गूंधा हुआ आटा निम्नलिखित के कारण फूलता है -


A) पकाने की प्रक्रिया में ऊष्मा की क्रिया
B) गूंधे हुए आटे में कोशिका (capillary) क्रिया
C) गूंधने के काम में लाए जाने वाले पानी का वाष्पीकरण
D) किण्वन प्रक्रम के दौरान बनने वाली कार्बन डाइऑक्साइड की मोचन क्रिया

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श्वसन प्रक्रम में वायु के जिस घटक का प्रयोग होता है वह है -


A) नाइट्रोजन
B) ऑक्सीजन
C) कार्बन डाइऑक्साइड
D) अक्रिय गैस

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