मृदा की उर्वरता की ह्रास का कारण हैः
A) लवणता एवं क्षारीयता
B) मृदा में नमी का अभाव
C) मृदा अपरदन
D) ये सभी
Answer : D
Description :
मृदा में लवणता एवं क्षारीयता की अधिकता के कारण उर्वरा शक्ति का ह्रास होता है। इस प्रकार की मृदा में करनाल, कैथल, पानीपत, रोहतक, भिवानी एवं हिसार आदि जिले आते हैं। मृदा में नमी के अभाव के कारण मृदा का अपरदन बढ़ता है। फलतः मृदा की उर्वरा शक्ति का ह्रास होता है। पश्चिमी हरियाणा लगभग इसी समस्या से जूझ रहा है।
Related Questions - 1
प्रदेश में निम्नलिखित में से कौन-सा आभूषण मुँह और सिर पर पहना जाता है?
A) सिंगार पट्टी
B) तग्गा
C) बेस्सर
D) ये सभी
Related Questions - 2
हरियाणा प्रदेश भारत के उत्तर पश्चिम में 27ᵒ39’ से 30ᵒ55’ उत्तर अक्षांश पर स्थित है। बताइए कि वह कितने पूर्व रेखांख के बीच स्थित है ?
A) 74ᵒ28’ से 77ᵒ36’
B) 65ᵒ33’ से 77ᵒ28’
C) 50ᵒ28’ से 64ᵒ36’
D) 84ᵒ42’ से 89ᵒ41’
Related Questions - 3
हरियाणा में किस वर्ष में आए अकाल को ‘नबिया अकाल’ कहा जाता है?
A) 1803 ई.
B) 1812-13 ई.
C) 1817-18 ई.
D) 1833-34 ई.
Related Questions - 4
कुवैत में पाँचवीं एशियायी ट्रैक एण्ड फील्ड मीट का आयोजन कब हुआ था, जिसमें हरियाणा के खिलाड़ी चाँदराम ने 20 किमी. पैदल चाल में पुनः रिकॉर्ड तोड़कर सर्वण पदक जीता था?
A) वर्ष 1983 में
B) वर्ष 1986 में
C) वर्ष 1991 में
D) वर्ष 1995 में
Related Questions - 5
यक्ष-यक्षिणियों की मूर्तियाँ निम्न में से किस स्थान से प्राप्त नहीं हुई हैं?
A) पलवल
B) भादस
C) हथीन
D) दोहान