रोहतक में पंडित रामभज दत्त की अध्यक्षता में सम्मेलन का आयोजन कब हुआ था, जिसमें गाँधीजी के असहयोग आंदोलन को कार्य रुप देने का निर्णय लिया गया था?
A) जनवरी, 1919 में
B) नवम्बर, 1919 में
C) नवम्बर, 1920 में
D) सितम्बर, 1921 में
Answer : C
Description :
रोहतक में पंडित रामभज दत्त की अध्यक्षता में सम्मेलन का आयोजन नवम्बर 1920 में हुआ था, जिसमें गाँधीजी के असहयोग आन्दोलन को मूर्त रुप देने का निर्णय हुआ। चूँकि इससे पहले रॉलेट एक्ट नामक कुख्यात कानून पास हो चुका था। जिसके विरोध की परिणति में जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड हो चुका था। तथा इस घटना को ब्रिटिश सरकार द्वारा सही भी ठहराया जा चुका था, से आहत होकर असहयोग आन्दोलन करने का विचार आया था।
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शत-प्रतिशत शिक्षित विकलांगों, जो मैट्रिक, इण्टरमीडिएट एवं बी. ए. की योग्यता रखते हैं, को क्रमशः कितना बेरोजगारी भत्ता मिलता है?
A) ` 4,000, 15,500 एवं 2,000
B) ` 1,500, 2,000 एवं 2,500
C) ` 2,000, 2,500 एवं 3,000
D) ` 1,2 , 1,700 एवं 2,300
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वर्ष 2011 के अंतिम आँकड़ो के अनुसार राज्य मे साक्षरता दर कितनी थी?
A) 81.75%
B) 92.71%
C) 75.55%
D) इनमें से कोई नहीं
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चण्डीगढ़ के आस-पास के किस क्षेत्र को पंजाब की पहली स्मार्ट सिटी के रुप में डिजाइन किया गया?
A) मुल्लांपुर
B) अमृतसर
C) जालंधर
D) पटियाला
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चण्डीगढ़ से दिल्ली के बीच कौन-सी बसों का परिचालन शुरु किया गया है?
A) पी.डब्ल्यू.डी. की बसों का
B) वातानुकूलित वाल्वो बसों का
C) एच.पी.की बसों का
D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
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निम्न में से किस ग्रन्थ में ‘रोहतक’ का उल्लेख मिलता हैं?
A) दिव्यावदान
B) मज्झिमनिकाय
C) नकुल दिग्विजय
D) कथाकोश