पेहोवा से प्राप्त किसके अभिलेख से ज्ञात होता है कि पेहोवा घोड़ों के व्यापार के लिए प्रसिद्ध था?
A) पृथ्वीराज द्वितीय
B) भोजदेव
C) विग्रहराज
D) सम्राट अशोक
Answer : B
Description :
पिहोवा (पेहोवा) हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले का एक नगर है। यहाँ से भोजदेव के अभिलेख प्राप्त हुए हैं जिससे यह जानकारी मिलती है कि पिहोवा (पेहोवा) घोड़ों के व्यापार के लिए प्रसिद्ध था। वर्तमान समय में यह एक प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ स्थल है। इसका पुराना नाम ‘पृथूदक’ है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति सरस्वती के उत्तरी तट पर पृथूदक में जप करता हुआ अपने शरीर का त्याग करता है, वह निःसंदेह अमरता को प्राप्त करता है।
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19वीं सदी में हरियाणा में मुसलमानों के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) 19वीं सदी में हरियाणा में 28% मुसलमान थे, जो अनेक जातियों में विभाजित थे।
(ii) मुसलमानों में गुड़गाँव के मेव कृषक प्रमुख थे।
(iii) रोहतक, हिसार और करनाल जिलों के मुसलमान राँघड़ कहलाते थे।
(iv) ये राँघड़ मूलतः राजपूत थे, जो बाद में मुसलमान बन गए।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से कथन सही हैं?
A) (i) और (iv)
B) (i), (iii) और (iv)
C) (i), (ii) और (iii)
D) (i), (ii), (iii) और (iv)
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राज्य के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत करने हेतु कौन-सी योजना आरंभ की गई है?
A) प्रतिभा सम्मान छात्रवृत्ति
B) इंदिरा गाँधी छात्रवृत्ति
C) राजीव गाँधी छात्रवृत्ति
D) इनमें से कोई नहीं
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खरोष्टी लिपि का लेख कौन-से संग्रहालय में स्थित है?
A) रेवाड़ी संग्रहालय
B) रोहतक संग्रहालय
C) लाहौर संग्रहालय
D) इनमें से कोई नहीं
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यमुनानगर से 12 किमी. की दूरी पर स्थित बूढ़िया नामक ऐतिहासिक कस्बे की नींव किस मुगल शासक के काल में रखी गई थी?
A) बाबर
B) हुमायूँ
C) अकबर
D) जहाँगीर