भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान कौन-से इश्तिहारों को कांग्रेस समाजवादी दल द्वारा जनता के बीच क्रांतिवाद के संदेश जनता तक पहुँचाने के लिए बांटा जाता था ?
A) हमारा संघर्ष
B) अंतिम संघर्ष
C) आजादी
D) उपर्युक्त सभी
Answer : D
Description :
भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान हमारा संघर्ष तथा आजादी आदि इश्तिहारों को कांग्रेस समाजवादी दल द्वारा जनता के.बीच क्रांतिवाद के संदेश जनता तक पहुँचाने के लिए बांटा जाता था। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान आजाद दस्ता के सदस्यों को तोड़-फोड़ के लिए तीन तरह की कार्रवाईयों की शिक्षा दी जाती थी- यातायात के साधनों को क्षति पहुँचाना, औद्योगिक प्रतिष्ठानों को क्षति पहुँचाना, संचार साधनों को नष्ट करना। इसके लिए तीन तरह के उपाय थे - साधारण तोड़-फोड़ के लिए हथियारों और औजारों का उपयोग, अग्निकांड द्वारा सरकारी.फाईलों आदि का विनाश और रासायनिक पदार्थों और बारूद द्वारा विस्फोट से मिलों (कारखानों), कार्यालयों आदि का विनाश। इन कार्यों के लिए दो तरह के.दल तैयार किये गये। एक ओर वह लोग थे जो गुप्त ढंग से तोड़-फोड़ की इन कार्रवाइयों को चला रहे थे, दूसरी ओर वह लोग थे जो व्यापक जन-आंदोलन का एक अंग बनकर हिंसात्मक संघर्ष को आगे बढ़ा रहे थे।
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बिहार का विश्व प्रख्यात पशु मेला निम्नलिखित में से कौन-सा है?
A) सोनपुर का मेला
B) सीतामढ़ी का मेला
C) वैशाली का मेला
D) कार्तिक पूर्णिमा का मेला
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बिहार में सबसे पुरानी नहर है-
A) सोन नहर
B) कोसी नहर
C) दानापुर नहर
D) इनमें से कोई नहीं
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गृध्रकूट पर्वत पर भगवान बुद्ध ने मौर्य राजा बिम्बिसार को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी थी। यह पर्वत कहाँ पर स्थित है?
A) राजगीर
B) बोधगया
C) पटना
D) सोनपुर
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नालंदा के सरायटीला में उत्खनन से क्या प्राप्त हुआ है ?
A) मौर्ययुग का बौद्ध विहार
B) हर्यक वंश का बौद्ध विहार
C) पालकाल का बौद्ध विहार
D) शुंग वंश का बौद्ध विहार