निम्नलिखित में से किसे ‘धन का उपयोग’ के रुप में माना जा सकता है?
A) लेनदारी लेखे में कमी
B) नकदी में कमी
C) देनदारी लेखे में वृद्धि
D) नकदी में वृद्धि
Answer : D
Description :
रोकड़ में वृद्धि को ‘धन के उपयोग’ के रुप में माना जा सकता है।
रोकड़ प्रवाह शब्द का तात्पर्य किसी कम्पनी में और उसके बाहर रोकड़ और रोकड़ समकक्षों की शुद्ध राशि से है। प्राप्त रोकड़ ‘प्रवाह’ का प्रतिनिधित्व करती है, जबकि खर्च किया गया धन ‘बहिर्वाह’ का प्रतिनिधित्व करता है। रोकड़ में वृद्धि यह इंगित करना है कि एक कम्पनी की तलर संपत्ति बढ़ रही है जिससे दायित्वों को कवर करने, व्यवसाय में पुनर्निवेश, शेयरधारकों को पैसा लौटाने खर्चों का भुगतान करने और भविष्य की वित्तीय चुनौतियों के लिए एक रिजर्व बना रहेगा।
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एच.आर.पी. (मानव संसाधन योजना) प्रक्रिया में प्रत्येक वर्ष निम्न में से कौन से चरण आवश्यक हैं जो उसमें परिवर्तन को शामिल कर उसे अधिक उपयोगी बनाते हैं?
A) अलग धन की स्थापना
B) प्रशिक्षण
C) व्यापार के लक्ष्यों को सुनिश्चित करना
D) प्रक्रिया की समीक्षा करना
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निम्न में से किसका प्रयोग, अधीनस्थों की गतिविधियों को मापने और सही करने के लिए किया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि कार्यक्रम, योजनाओं के अनुरुप है?
A) नियंत्रण
B) प्रभावशीलता
C) आयोजन
D) योजना
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1991 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था का वह युग, जिसे अर्थव्यवस्था में व्यापार संचालनों पर प्रतिबंधों के कम करने और निजीकरण का विस्तार करने द्वारा अभिलक्षित किया गया, निम्न कहलाता हैः
A) निजीकरण
B) औद्योगीकरण
C) उदारीकरण
D) वैश्वीकरण
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जब एक प्रबन्धक ने एक निर्णय लिया और वह परिणामों के बारे में अनिश्चित हैं। उनका निर्णय _________ होने की सम्भावना है।
A) सफल
B) खराब गुणवत्ता का
C) जोखिम भरा
D) अस्वीकार्य।
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प्राथमिक साक्षात्कार व रोजगार साक्षात्कार के सम्बन्ध में सत्य है-
A) प्राथमिक साक्षात्कार रोजगार साक्षात्कार से पूर्व किया जाता है
B) प्राथमिक साक्षात्कार रोजगार साक्षात्कार के पश्चात् किया जाता है
C) प्राथमिक साक्षात्कार व रोजगार साक्षात्कार एक ही है
D) उपर्युक्त में से कोई नहीं