Question :
A) स्वामी विवेकानंद का भाषण सुन कर उपहास उड़ाने वाले अमरीकियों पर घड़ों पानी पड़ गया।
B) बाजार का साप्ताहिक अवकाश सोमवार को रहता है।
C) वह दुखी स्त्री वैधव्यता का जीवन बिता रही है।
D) मैं सपरिवार सानन्दित हूँ।
Answer : A
एक वाक्य शुद्ध है-
A) स्वामी विवेकानंद का भाषण सुन कर उपहास उड़ाने वाले अमरीकियों पर घड़ों पानी पड़ गया।
B) बाजार का साप्ताहिक अवकाश सोमवार को रहता है।
C) वह दुखी स्त्री वैधव्यता का जीवन बिता रही है।
D) मैं सपरिवार सानन्दित हूँ।
Answer : A
Description :
निम्न विकल्पों में शुद्ध वाक्य - स्वामी विवेकानंद का भाषण सुन कर उपहास उड़ाने वाले अमरीकियों पर घड़ों पानी पड़ गया।
शेष विकल्पों का शुद्ध वाक्य –
सोमवार को बाजार की साप्ताहिक बन्दी रहती है।
वह स्त्री वैधव्यता का जीवन बिता रही है।
मैं सपरिवार आनन्दित हूँ।
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शुद्ध वाक्य छॉटिए-
A) मुझसे यह काम संभव नहीं हो सकता।
B) वह बिल्कुल बात करना नहीं चाहती थी।
C) मैं आपकी भक्ति करता हूँ।
D) बाघ और बकरी एक घाट पानी पीती हैं।
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‘पेडों पर मैना बैठी है।’ इस वाक्य का शुद्ध रुप क्या होगा?
A) पेड़ पर मैना बैठी है।
B) पेड़ों पर मैना बैठी है।
C) पेड़ों पर मैनो बैठी है।
D) पेड़ो में मैना बैठी है।
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निम्नलिखित वाक्य के अशुद्ध भाग का चयन कीजिए।
‘तुलसीदास ने अवधी भाषा में अनेकों ग्रन्थ लिखे।’
A) तुलसीदास ने
B) अवधी भाषा में
C) अनेकों ग्रंथ
D) लिखें
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दिए गए विकल्पों में से सही वाक्य पहचानिए।
A) ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ लक्षण है।
B) ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ आचरण है।
C) ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ व्यवहार है।
D) ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ गुण है।
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“यद्यपि वह बीमार था, परन्तु वह मेला गया।” वाक्या की त्रुटियाँ सुधारें।
A) यद्यपि वह बीमार था, किन्तु वह मेला गया।
B) यद्यपि वह बिमार था, फिर भी वह मेला गया।
C) यद्यपि वह बीमार था, तथापि वह मेला गया।
D) यद्यपि वह बीमार था, लेकिन वह मेला गया।