Question :
A) तुम निःसंकोच चले जाइए।
B) आप निःसंकोच चला जाओ।
C) आप निःसंकोच चले जाइए।
D) आप निःसंकोच चले जाइगा।
Answer : C
“आप निःसंकोच चले जाओ।” इस वाक्य की त्रुटि सुधारने के लिए निम्न में से सही वाक्य छाँटें।
A) तुम निःसंकोच चले जाइए।
B) आप निःसंकोच चला जाओ।
C) आप निःसंकोच चले जाइए।
D) आप निःसंकोच चले जाइगा।
Answer : C
Description :
“आप निःसंकोच चले जाओ।” इस वाक्य का शुद्ध रुप – आप निःसंकोच चले जाइए। ‘आप’ आदरसूचक सर्वनाम है। अतः इसके साथ बहुवचन क्रिया का प्रयोग होगा।
Related Questions - 1
निर्देश (प्रश्न सं. 211 से 212 तक) : के वाक्यों में कुछ में त्रुटियाँ है। वाक्य के जिस भाग में त्रुटि हों, उसके अनुरुप अक्षर (A, B, C) वाले गोले को काला करें। यदि वाक्य में कोई त्रुटि न हों, तो (D) वाले गोले को पूरी तरह काला करें।
मुझे / रेलगाड़ी में यात्रा करना / अच्छी लगती है / कोई त्रुटि नहीं।
A) मुझे
B) रेलगाड़ी में यात्रा करना
C) अच्छी लगती है
D) कोई त्रुटि नहीं
Related Questions - 2
विकल्पों में वर्णित वाक्यों में से सही वाक्य का चयन करें?
A) खेल-कूद को शिक्षा के अनिवार्य अंग मान महत्व दिया जाता है।
B) क्रिकेट, टेनिस या कोई भी खेल को खेलने से हमारा शरीर तो चुस्त और तंदरुस्त बनता है।
C) समाज में खिलाड़ियों को आदल प्रदान किया जाता है।
D) शरीर को स्वस्थ रखने का एक ही साधन खेल भी है।
Related Questions - 3
दिए गए विकल्पों में से सही वाक्य पहचानिए।
A) ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ लक्षण है।
B) ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ आचरण है।
C) ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ व्यवहार है।
D) ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ गुण है।
Related Questions - 4
इनमें से शुद्ध वाक्य है-
A) डॉ. गुप्ता हमारे प्रभारी हैं।
B) आज में इकतिस वर्ष का हो गया हूँ।
C) इस वर्ष पहाड़ों पर जमकर तुषारपात हुआ हैं।
D) हमें कभी हतोत्साहित नहीं होना चाहिए।
Related Questions - 5
कौन-सा वाक्य शुद्ध है?
A) आईन्स्टीन के पास विलक्षण बुद्धि थी।
B) आईन्स्टीन के पास विचित्र बुद्धि थी।
C) आईन्स्टीन के पास अलौकिक बुद्धि थी।
D) आईन्स्टीन के पास दैवीय बुद्धि थी।