Question :

‘अथवा’ व्याकरण की दृष्टि से है-


A) सन्धि
B) उपसर्ग
C) अन्वय
D) अव्यय

Answer : D

Description :


जिन पदों या अव्ययों द्वारा मुख्य वाक्य जोड़े जाते हैं, उन्हें समानाधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय कहते हैं। इसके चार उपभेद है-

संयोजक – और, व, एवं, तथा।

विभाजक – या, वा अथवा, किंवा, कि, न कि, नहीं तो।

विरोधदर्शक – पर, परन्तु, किन्तु, लेकिन, मगर, वरन्, बल्कि।

परिणामदर्शक – इसलिए, सो, अतः, अतएव।


Related Questions - 1


जिन शब्दों का प्रयोग वाक्य को श्रव्य भावार्थ और बल प्रदान करने के लिए होता है लेकिन वे वाक्य के अंग नहीं होते, क्या कहलाते हैं?


A) निर्विभक्तिक
B) यौगिक
C) मौलिक
D) निपात

View Answer

Related Questions - 2


जिन अव्ययों का संबंध वाक्य से नहीं, वक्ता के हर्ष-शोक आदि भावों से होता है, वे __________________ होते हैं।


A) विस्मयादिबोधक अव्यय
B) सम्बन्धसूचक अव्यय
C) क्रिया-विशेषण
D) समुच्चयबोधक अव्यय

View Answer

Related Questions - 3


‘अथवा’ व्याकरण की दृष्टि से है-


A) सन्धि
B) उपसर्ग
C) अन्वय
D) अव्यय

View Answer

Related Questions - 4


‘भला मैं क्या कर सकता हूँ’- वाक्य में ‘भला’ शब्द है-


A) संज्ञा
B) सर्वनाम
C) विशेषण
D) अव्यय

View Answer

Related Questions - 5


रात भर जागना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। रेखांकित शब्द को पहचानिए।


A) सम्बन्धसूचक अव्यय
B) विशेषण
C) भाववाचक संज्ञा
D) समुच्चयबोधक अव्यय

View Answer