Question :

‘काशी नागरी प्रचारिणी सभा’ की स्थापना किस वर्ष हुई?


A) 1893 ई.
B) 1900 ई.
C) 1903 ई.
D) 1905 ई.

Answer : A

Description :


‘काशी नागरी प्रचारिणी सभा’ की स्थापना 16 जुलाई 1893 ई. में, बाबू राधाकृष्ण दास की अध्यक्षता में हुई। डॉ.श्याम सुन्दरदास, नागरी प्रचारिणी सभा काशी के तीन संस्थापकों (श्याम सुन्दर दास, राम नारायण मिश्र, राधाकृष्ण दास) में अन्यतम थे।

 

अन्य विकल्प सम्बन्धित हैं- 

1990 ई. प्रसिद्ध पत्रिका ‘सरस्वती’ का प्रकाशन किया गया (संपादकः श्याम सुंदरदास व 4 अन्य) ‘सरस्वती’ पत्रिका में किशोरी लाल गोस्वामी की कहानी ‘इंदुमती’ का प्रकाशन (‘इंदुमती’ हिन्दी की पहली कहानी मानी जाती) है।

1905 ई.-  ‘चंद्रकांता संतति’ उपन्यास (बाबू देवकीनंदन खत्री) का प्रकाशन।


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इन बोलियों को उनके बोली क्षेत्र से सुमेलित कीजिये-

 

 (a) बाँगरु  1. अलीगढ़
 (b) भोजपुरी  2. मेरठ
 (c) कुमाउँनी  3. अल्मोड़ा
 (d) खड़ी बोली  4. छपरा
   5. रोहतक

 

कूट : (a) (b) (c) (d)


A) 5 4 3 2
B) 4 3 2 1
C) 1 4 3 2
D) 3 2 4 1

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‘होन’ को खड़ी बोली में क्या कहते हैं?


A) जहाँ
B) तहां
C) यहाँ
D) वहाँ

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कौन-सी बोली बिहारी की नहीं है?


A) भोजपुरी
B) मगही
C) जयपुरी
D) मैथिली

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लिखित भाषा में विचारों को कैसे व्यक्त करते हैं?


A) संकेतों द्वारा
B) बोलकर
C) लिखकर
D) सुनकर

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भाषा की परिभाषा है-


A) भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य सिर्फ पढ़कर अपने मन के भावों या विचारों का आदान-प्रदान करता है।
B) भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर, सुनकर, लिखकर व पढ़कर अपने मन के भावों या विचारों का आदान-प्रदान करता है।
C) भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर, सुनकर, लिखकर व पढ़कर अपने मन के भावों यो विचारों का आदान-प्रदान नहीं करता है।
D) भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य सिर्फ बोलकर, अपने मन के भावों या विचारों का आदान-प्रदान करता है।

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