Question :
A) पालि
B) संस्कृत
C) अपभ्रंश
D) प्राकृत
Answer : B
हिन्दी की आदि जननी क्या है?
A) पालि
B) संस्कृत
C) अपभ्रंश
D) प्राकृत
Answer : B
Description :
हिन्दी की आदि जननी संस्कृत है।
अन्य विकल्प सम्बन्धित हैं-
भाषा का विकास संस्कृत, पालि, प्राकृत से होते हुए अपभ्रंश तक पहुँचती है फिर अवहट्ट से गुजरती हुई प्रचीन प्रारम्भिक हिन्दी का रुप ले लेती है। सामान्यतः, हिन्दी भाषा के इतिहास का आंरभ अपभ्रंश से माना जाता है।
हिन्दी भाषा का विकास क्रम
संस्कृत → पालि → प्राकृत → अपभ्रंश → अवहट्ट → प्राचीन/प्रारम्भिक हिन्दी
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भारतीय संविधान के अनुच्छेद 210 में निर्देशित है-
A) संसद में प्रयुक्त होने वाली भाषा के बाले में
B) विधान मंडल में प्रयुक्त होने वाली भाषा के बारे में
C) राज्य की राजभाषा/राजभाषाओं के बारे में
D) संघ की राजभाषा के बारे में
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तुलसीदास की रचना 'रामचरितमानस' किस बोली की साहित्यिक रचना है?
A) ब्रज
B) अवधी
C) मैथिली
D) मगही
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राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
A) बालगंगाधर तिलक
B) मुंशी आयंगर
C) बालगंगाधर खेर
D) काका साहब कालेलकर
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भाषा की परिभाषा है-
A) भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य सिर्फ पढ़कर अपने मन के भावों या विचारों का आदान-प्रदान करता है।
B) भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर, सुनकर, लिखकर व पढ़कर अपने मन के भावों या विचारों का आदान-प्रदान करता है।
C) भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर, सुनकर, लिखकर व पढ़कर अपने मन के भावों यो विचारों का आदान-प्रदान नहीं करता है।
D) भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य सिर्फ बोलकर, अपने मन के भावों या विचारों का आदान-प्रदान करता है।