Question :
A) टूटा धनुष क्रोध करने से नहीं जुड़ता
B) चिन्ता छोड़ो सुख से जिओ
C) नुकसान के लिए परेशान नहीं होना चाहिए
D) नुकसान हो जाने पर क्रोध करना व्यर्थ है
Answer : D
टूट चाप नहिं जुरै रिसाने का अर्थ है -
A) टूटा धनुष क्रोध करने से नहीं जुड़ता
B) चिन्ता छोड़ो सुख से जिओ
C) नुकसान के लिए परेशान नहीं होना चाहिए
D) नुकसान हो जाने पर क्रोध करना व्यर्थ है
Answer : D
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निम्नलिखित किस एक में कर्मधारय समास नहीं हैं ?
A) लड़का भूख से अधमरा हो गया था ।
B) तुम्हें अपना भला बुरा स्वयं सोचना चाहिए
C) विवाह संबंध में ऊँच नीच देखना पड़ता है।
D) उठो, दिया बत्ती का समय हो गया
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‘सुत्’ शब्द को स्त्रीवाचक बनाने के लिए किस प्रत्यय का प्रयोग होगा ?
A) ईया
B) ई
C) इक
D) अ
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तीन दिन मेहमान चौथे दिन हैवान का अर्थ है -
A) आतिथ्य थोड़े दिन का ही अच्छा होता है
B) अतिथि का कभी अनादर नहीं करना चाहिए
C) मेहमान भी कभी-कभी शैतान बन जाता है
D) ससुराल में दामाद को अधिक दिन नहीं रहना चाहिए