सोडा बाईकार्बोनेट आग को बुझाने में उपयोगी है क्योंकि
A) यह गर्म होने पर कार्बन डाइऑक्साइड में अपघटित हो जाता है जो आग को बुझाती है
B) यह आग के लिए कम्बल का काम करती है
C) यह जल उत्पन्न करती है जिससे आग बुझती है
D) यह झाग पैदा करती है जो आग बुझाता है
Answer : A
Description :
सोडा बाई कार्बोनेट (Na2HCO3) आग को बुझाने में उपयोगी है क्योंकि यह गर्म होने पर कार्बन डाइऑक्साइड में अपघटित हो जाता है जो आग को बुझाती है।
Related Questions - 1
नीचे दी गई सूची 1 (रासायनिक यौगिक) और सूची 2 (प्रकार्य) में सही जोड़े बनाएं।
सूची1 सूची2
I. क्लोरोमाइसिटिन 1.विटामिन
II. सेरपासिल 2.प्रतिजैविक
III. डिस्पार्लर 3.प्रशान्तक
IV. ऐस्कॉर्बिक अम्ल 4.कृषि रसायन
I II III IV
A) 1 3 2 4
B) 4 3 2 1
C) 2 3 4 1
D) 4 2 3 1
Related Questions - 2
Related Questions - 3
90 किग्राᵒ पानी से प्राप्त की जा सकने वाली ऑक्सीजन की मात्रा है-
A) 30 किग्राᵒ
B) 90 किग्राᵒ
C) 45 किग्राᵒ
D) 80 किग्राᵒ
Related Questions - 4
‘तिर्यक्बद्ध बहुलक’ (cross linked polymer) का उदाहरण है-
A) पॉलिथीन
B) नायलॉन
C) बैकेलाइट
D) पी.वी.सी.
Related Questions - 5
यद्यपि रोशन बल्ब के भीतर का तापमान लगभग 2700°C है, यथापि फिलामेन्ट जल नहीं जाता क्योंकि -
A) जिस धातु से यह बना होता है वह अग्नि प्रतिरोधी होता है
B) जलने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन बल्ब में मौजूद नहीं होती क्योंकि बल्ब निर्वातित (evacuated) होता है तथा उसमें अशुद्ध नाइट्रोजन या अक्रिय गैसें भरी होती हैं
C) यह संवृत (Closed) तंत्रों में नहीं जलता है
D) यह अधात्विक पदार्थ से बना होता है