Question :
A) यह गर्म होने पर कार्बन डाइऑक्साइड में अपघटित हो जाता है जो आग को बुझाती है
B) यह आग के लिए कम्बल का काम करती है
C) यह जल उत्पन्न करती है जिससे आग बुझती है
D) यह झाग पैदा करती है जो आग बुझाता है
Answer : A
सोडा बाईकार्बोनेट आग को बुझाने में उपयोगी है क्योंकि
A) यह गर्म होने पर कार्बन डाइऑक्साइड में अपघटित हो जाता है जो आग को बुझाती है
B) यह आग के लिए कम्बल का काम करती है
C) यह जल उत्पन्न करती है जिससे आग बुझती है
D) यह झाग पैदा करती है जो आग बुझाता है
Answer : A
Description :
सोडा बाई कार्बोनेट (Na2HCO3) आग को बुझाने में उपयोगी है क्योंकि यह गर्म होने पर कार्बन डाइऑक्साइड में अपघटित हो जाता है जो आग को बुझाती है।
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आवर्त सारणी की दीर्घ रुप निम्नलिखित के फलन के रुप में तत्व गुणधर्म पर आधारित होता है-
A) परमाणु द्रव्यमान
B) परमाणु आकार
C) विद्युत ऋणात्मकता
D) परमाणु संख्या
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रोगग्रस्त वृक्कों (kidneys) के रोगियों के दिए जाने वाले अपोहन (dialysis) की प्रक्रम में प्रयुक्त परिघटना (phenomenon) -
A) विसरण (diffusion) है
B) अवशोषण है
C) परासरण (osmosis) है
D) वैद्युतकण संचलन (electrophoresis) है
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किसी गैस की निश्चित द्रव्यमान का 273.15K परम ताप पर आयतन 25 मिली है, यदि दाब स्थिर रखा जाए तो परम ताप पर उसी गैस के द्रव्यमान का आयतन होगा-
A) 100 मिली
B) 50 मिली
C) 75 मिली
D) 200 मिली
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नाइट्रोजन यौगिकीकरण (fixation) का अर्थ है -
A) नाइट्रोजन का द्रवीकरण (liquefication)
B) वायुमंडलीय नाइट्रोजन का जरुरी यौगिकों में परिवर्तन
C) नाइट्रोजन का ऐमीनों में परिवर्तन
D) वायुमंडल की नाइट्रोजन का पिंडन (solidification)
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दो या दो से अधिक धातुओं का मिश्रण कहलाता है -
A) अमलगम (पारदधातु मिश्रण)
B) क्षारीय धातु
C) उत्कृष्ट धातु
D) मिश्रधातु