Question :
A) कम दूरी की दृष्टि (vision) के लिए स्वतः समायोजित (adjust) हो जाती है
B) वर्ण अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है
C) प्रकाश की तीव्रता अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है
D) दृश्य के आकार के अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है
Answer : C
आंख की पुतली -
A) कम दूरी की दृष्टि (vision) के लिए स्वतः समायोजित (adjust) हो जाती है
B) वर्ण अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है
C) प्रकाश की तीव्रता अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है
D) दृश्य के आकार के अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है
Answer : C
Description :
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किसी पिंड का द्रव्यमान उसके अपने भार से भिन्न होता है, क्योंकि
A) द्रव्यमान एक चर राशि है जबकि भार स्थिर राशि है।
B) भिन्न-भिन्न स्थानों पर द्रव्यमान में बहुत कम और भार में अधिक परिवर्तन होता है।
C) विषुवत रेखा से ध्रुवों पर जाने से द्रव्यमान स्थिर रहता है और भार में वृद्धि होती है।
D) पदार्थ की मात्रा का मापक द्रव्यमान है किन्तु भार एक बल है।
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हाइड्रोजन गैस भरा गुब्बारा -
A) सदैव हवा में ऊपर उठता है
B) हवा में केवल तब ही ऊपर उठता है जब उसका कुल भार विस्थापित वायु के भार से बहुत कम हो
C) हवा में केवल तब ही ऊपर उठता है जब उसका कुल भार विस्थापित वायु के भार के बराबर हो
D) हवा में कभी नहीं उठ सकता है
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परिक्रमारत अंतरिक्ष यान (उपग्रह) से एक सेब (पिंड) बाहर छोड़ा जाय, तो यह -
A) पृथ्वी की ओर गिरेगा
B) यान के साथ ही उसी वेग से गमन करेगा
C) अधिक वेग से गमन करेगा
D) कम वेग से गमन करेगा
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बदं कमरे की खिड़की में एक छोटा छिद्र कमरे से बाहर की वस्तुओं का कमरे की सामने की दीवार पर उल्टा प्रतिबिम्ब बनाता है, इसका कारण-
A) प्रकाश की किरण का छिद्र में प्रवेश के पश्चात् पार्श्व परिवर्तन हो जाता है
B) प्रकाश का ऋतुरेखीय संचरण (rectilinear propagation)
C) छिद्र का उत्तल लेंस (convex lens) के रुप में कार्य करना
D) छिद्र का प्रिज्म के रुप में कार्य करना
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हमें सदैव चन्द्रमा का एक ही पार्श्व दिखाई देने का कारण है -
A) चन्द्रमा की अपने अक्ष पर घूर्णन की अवधि, पृथ्वी के चारों और परिक्रमा अवधि के बराबर होना
B) चन्द्रमा का स्थिर होना
C) चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा अवधि पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा अवधि के बराबर होना
D) जिस तरह पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है चन्द्रमा का उस तरह नहीं करना