Question :
A) ध्रुवों पर पृथ्वी की घूर्णन गति अधिकतम है।
B) विषुवत रेखा पर पृथ्वी की घूर्णन गति अधिकतम है ।
C) ध्रुवों पर हिम टोप के कारण आकर्षण बल अधिक होता है
D) उपरोक्त में से कोई भी पूर्ण स्पष्टीकरण नहीं है।
Answer : D
विषुवत रेखा की अपेक्षा ध्रवों पर पिंड का भार अधिक होता है, क्योंकि -
A) ध्रुवों पर पृथ्वी की घूर्णन गति अधिकतम है।
B) विषुवत रेखा पर पृथ्वी की घूर्णन गति अधिकतम है ।
C) ध्रुवों पर हिम टोप के कारण आकर्षण बल अधिक होता है
D) उपरोक्त में से कोई भी पूर्ण स्पष्टीकरण नहीं है।
Answer : D
Description :
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धागे के एक सिरे पर बंधे पत्थर के टुकड़े को, धागे के दूसरे सिरे को हाथ में पकड़कर, वृत्ताकर घुमाया जाता है। अगर धागे की लम्बाई व टुकड़े के वेग दोनों को दो गुना करने पर धागे का तनाव पहले की अपेक्षा –
A) दो गुना हो जाएगा
B) चार गुना हो जाएगा
C) आधा रह जाएगा
D) अपरिवर्तित रहेगा
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विभिन्न तरंग दैर्घ्य की निम्नलिखित विद्युत्-चुम्बकीय तरंगों का विचार कीजिए-
1) पराबैंगनी
2) सूक्ष्मतरंग माइक्रोवेव
3) X- किरण
4) रेडियो-तरंगें
आरोही क्रम में तरंग दैर्घ्य का विन्यास है
A) 3, 1, 2, 4
B) 4, 2, 1, 3
C) 1, 2, 3, 4
D) 2, 3, 4, 1
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प्रकाश की तरंग, ध्वनि तरंगों से इस प्रकार भिन्न हैं कि -
A) प्रकाश की तरंगें विद्युत्-चुम्बकीय हैं किन्तु ध्वनि तरंगें नहीं
B) प्रकाश तरंगें जल में गमन कर सकती है किन्तु ध्वनि तरंगें नहीं
C) प्रकाश सभी माध्यमों में समान वेग से चलता है
D) प्रकाश तरंगों से व्यतिकरण (interference) पैदा होता है ध्वनि तरंगें से नहीं
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जब कोई व्यक्ति बाहर तेज प्रकाश से एक अंधेरे कमरे में प्रवेश करता है तो कुछ देर तक वह स्पष्ट देख पाने में समर्थ नहीं होता। इसका कारण है -
A) नेत्र का शीघ्र ही स्थिति अनुरुप समंजित नहीं कर पाना
B) क्षण भर के लिए दृष्टि पटल का असंवेदनशील हो जाना
C) परितारिका (iris) द्वारा पुतली को तुरंत ने फैला पाना
D) लेंस व दृष्टि-पटल के अन्तराल को समंजित होने में देरी