Question :

हमें सदैव चन्द्रमा का एक ही पार्श्व दिखाई देने का कारण है -


A) चन्द्रमा की अपने अक्ष पर घूर्णन की अवधि, पृथ्वी के चारों और परिक्रमा अवधि के बराबर होना
B) चन्द्रमा का स्थिर होना
C) चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा अवधि पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा अवधि के बराबर होना
D) जिस तरह पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है चन्द्रमा का उस तरह नहीं करना

Answer : A

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किसी पिंड का वेग दुगुना हो जाये तो -


A) उसका त्वरण दुगुना होगा
B) उसका संवेग दुगुना होगा
C) उसकी गतिज ऊर्जा दुगुनी होगी
D) उसकी स्थितिज ऊर्जा दुगुनी होगी

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हमें सदैव चन्द्रमा का एक ही पार्श्व दिखाई देने का कारण है -


A) चन्द्रमा की अपने अक्ष पर घूर्णन की अवधि, पृथ्वी के चारों और परिक्रमा अवधि के बराबर होना
B) चन्द्रमा का स्थिर होना
C) चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा अवधि पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा अवधि के बराबर होना
D) जिस तरह पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है चन्द्रमा का उस तरह नहीं करना

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एक अंडा नल के जल में डूब जाता है किन्तु जल में साधारण नमक के सांद्रित (concentrated) घोल में तैरता है क्योंकि -


A) नमक ने घोल से अंडा नमक को अवशोषित कर विस्तारित हो जाता है
B) ऐल्ब्युमिन नमक में घुल जाता है जिससे अंडा हल्का हो जाता है
C) अंडे के घनत्व से नमक-घोल का घनत्व अधिक होता है
D) नल के जल का पृष्ठ-तनाव अधिक होता है

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यूरेनियम-235 में विखंडन तब होता है जब यह -


A) तेज गतिक प्रोट्रॉन का परिग्रहण (capture) करता है
B) तेज गतिक न्यूट्रॉन का परिग्रहण करता है
C) मंद गतिक न्यूट्रॉन का परिग्रहण करता है
D) फोट्रॉन का परिग्रहण करता है

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यूरेनियम- 235 नाभिक (न्यूक्लियस) में -


A) प्रोट्रॉन होते है
B) न्यूट्रॉन होते है
C) इलेक्ट्रॉन होते है
D) प्रोट्रॉनों व न्यूट्रॉनों के बल संख्या 235 होती है

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