Question :

परिदर्शी में होने वाली प्रकश की परिघटना-

 

(i) परावर्तन है

(ii) प्रकीर्णन है

(iii) अपवर्तन है

(iv) विवर्तन है


A) (i) व (ii)
B) (i) व (iii)
C) (i), (ii) व (iii)
D) सभी चारों

Answer : B

Description :



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आकाश की नीलिमा का कारण -


A) उसका वास्तविक नीला वर्ण ही है
B) पृथ्वी के वायुमंडल द्वारा अन्य वर्णें की अपेक्षा नीले वर्ण का अधिक प्रकीर्णन होना है
C) सभी वर्णो के व्यक्तिकरण से उत्पन्न नीला वर्ण है
D) श्वेत प्रकाश में नीला घटक अधिक प्रबल होता है

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एक छड़ चुम्बक के सिरे पर चिपक कर लटके दो इस्पात आलपिन ऊर्ध्वाधर (एक सीध में) नहीं लटक पाते क्योंकि


A) पिनों के शीर्ष ठीक प्रकार से गोल नहीं बने होते
B) पिनों के शीर्ष गोलाकार होते हैं
C) समान ध्रुव एक दूसरे के प्रतिकर्षित होते हैं
D) पिन चुम्बकीय पदार्थ के बने होते हैं

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आंख की पुतली -


A) कम दूरी की दृष्टि (vision) के लिए स्वतः समायोजित (adjust) हो जाती है
B) वर्ण अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है
C) प्रकाश की तीव्रता अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है
D) दृश्य के आकार के अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है

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ध्वनि का अधिकतम वेग -


A) निर्वात् में होता है
B) वायु में होता है
C) जल में होता है
D) इस्पात में होता है

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जब कोई व्यक्ति बाहर तेज प्रकाश से एक अंधेरे कमरे में प्रवेश करता है तो कुछ देर तक वह स्पष्ट देख पाने में समर्थ नहीं होता। इसका कारण है -


A) नेत्र का शीघ्र ही स्थिति अनुरुप समंजित नहीं कर पाना
B) क्षण भर के लिए दृष्टि पटल का असंवेदनशील हो जाना
C) परितारिका (iris) द्वारा पुतली को तुरंत ने फैला पाना
D) लेंस व दृष्टि-पटल के अन्तराल को समंजित होने में देरी

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