Question :

एक भारी नाभिक (न्यूक्लियम) के तात्क्षणिक विघटन की परिघटना -


A) विघटनाभिका (radioactivity) कहलाती है
B) नाभिक विखंडन कहलाती है
C) नाभिक संलयन कहलाती है
D) अंतः स्कोट (implosion) कहलाती है

Answer : A

Description :



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बैरोमीटर को -

 

(i) वायुमंडलीय दाब मापन हेतु प्रयुक्त किया जाता है

(ii) ऊंचाई ज्ञात करने हेतु प्रयुक्त किया जाता है

(iii) द्रवों के घनत्व ज्ञात करने हेतु प्रयुक्त किया जाता है

(iv) मौसम के पूर्वानुमान हेतु प्रयुक्त किया जाता है


A) केवल (i) कार्य
B) (i), (ii) व (iv) कार्य
C) (i) व (iv) कार्य
D) सभी चारों कार्य

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किसी पिंड का अधिकतम भार-


A) वायु में होगा
B) जल में होगा
C) हाइड्रोजन में होगा
D) निर्वात् में होगा

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क्षितिज के नीचे वास्तव में डूब जाने के बाद भी सूर्य कुछ समय तक दिखाई देता रहता है। इसका कारण -


A) वायुमंडलीय अपवर्तन (refraction) है
B) प्रकाश का प्रकीर्णन (scattering) है
C) वर्ण-परिपेक्षण (dispersion) है
D) दृष्टि (दृश्य) का बना रहता है

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एक भारी नाभिक (न्यूक्लियम) के तात्क्षणिक विघटन की परिघटना -


A) विघटनाभिका (radioactivity) कहलाती है
B) नाभिक विखंडन कहलाती है
C) नाभिक संलयन कहलाती है
D) अंतः स्कोट (implosion) कहलाती है

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बदं कमरे की खिड़की में एक छोटा छिद्र कमरे से बाहर की वस्तुओं का कमरे की सामने की दीवार पर उल्टा प्रतिबिम्ब बनाता है, इसका कारण-


A) प्रकाश की किरण का छिद्र में प्रवेश के पश्चात् पार्श्व परिवर्तन हो जाता है
B) प्रकाश का ऋतुरेखीय संचरण (rectilinear propagation)
C) छिद्र का उत्तल लेंस (convex lens) के रुप में कार्य करना
D) छिद्र का प्रिज्म के रुप में कार्य करना

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