Question :

नाभिकीय रिऐक्टर में विमन्दक का कार्य -


A) द्वितीयक (secondary) न्यूट्रॉनों की संख्या को विमन्दित करना है
B) द्वितीयक न्यूट्रॉनों को धीमा करना है
C) विखंडनीय नाभिकों की संख्या में वृद्धि करना है
D) विखंडन अभिक्रिया का नियंत्रण करना है

Answer : B

Description :



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इस्पात की गेंद पारे पर तैरती है, क्योंकि -


A) पारा सभी धात्विक गेंदों को अपने में नहीं डूबने देता
B) पारा द्रवरुपी एक धातु ही है
C) इस्पात की अपेक्षा पारे का घनत्व अधिक है
D) इस्पात की गेंद को समुचित संमजन द्वारा किसी भी द्रव पर तैराया जा सकता है

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एक वायुयान धवन-पथ (run way) से 100 m/ s के वेग से उड़ान भरता है। यदि वायुयान अपने विश्रामस्थल से 10 m /s2 के एक समान त्वरण बढ़ता है । तो अपेक्षित वेग प्राप्त करने के लिए धावन – पथ की लम्बाई कितनी होनी चाहिए ?


A) 200 मीटर
B) 250 मीटर
C) 500 मीटर
D) 1000 मीटर

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किसी वस्तु का वास्तविक प्रतिबिम्ब प्राप्त करने हेतु आवश्यक दर्पण कौन-सा होगा ?


A) समतल दर्पण
B) अवतल दर्पण
C) उत्तल दर्पण
D) कोई भी दर्पण वास्तिविक प्रतिबिम्ब नहीं बना सकता

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रात्रि में रेडियों रिसेप्शन (अभिग्रहण) में कुछ सुधार क्यों हो जाता है ?


A) रात्रि में बाहरी शोर बहुत कम हो जाता है
B) दिन की अपेक्षा रात्रि में कुछ ही रेडियों स्टेशन ब्राडकास्ट करते हैं
C) दिन के समय सूर्य का प्रकाश रेडियो ब्रॉडकास्ट को कुछ सीमा तक प्रभावित करता है
D) रात्रि मे पृथ्वी का चुम्बकीय-बल क्षेत्र कम तीव्र हो जाने के कारण ब्रॉडकास्ट को कम प्रभावित कर पाता है

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प्राथमिक वर्ण -


A) इन्द्रधनुष के वर्ण है
B) श्वेत प्रकाश के स्पेक्ट्रम के वर्ण है
C) वे हैं जो अन्य वर्णो के मिश्रण से नहीं बनाए जा सकते
D) प्राकृतिक रुप में उपलब्ध वर्ण होते हैं

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