Question :
A) द्वितीयक (secondary) न्यूट्रॉनों की संख्या को विमन्दित करना है
B) द्वितीयक न्यूट्रॉनों को धीमा करना है
C) विखंडनीय नाभिकों की संख्या में वृद्धि करना है
D) विखंडन अभिक्रिया का नियंत्रण करना है
Answer : B
नाभिकीय रिऐक्टर में विमन्दक का कार्य -
A) द्वितीयक (secondary) न्यूट्रॉनों की संख्या को विमन्दित करना है
B) द्वितीयक न्यूट्रॉनों को धीमा करना है
C) विखंडनीय नाभिकों की संख्या में वृद्धि करना है
D) विखंडन अभिक्रिया का नियंत्रण करना है
Answer : B
Description :
Related Questions - 1
यदि वायुमंडल न होता, तो दिन की अवधि
A) कम हो जाती
B) में कोई परिवर्तन नहीं होता
C) बढ़ जाती
D) लगभग आधी हो जाती
Related Questions - 2
एक गोल पीपे (बैरल) को खींच कर ले जाने की अपेक्षा लुढ़काना सुगम होता है क्योंकि -
A) खींचने पर पीपे का संपूर्ण भार कार्यरत होता है।
B) सर्पी-घर्षण (sliding friction) की तुलना में लोटनिक घर्षण (rolling friction) कम होता हैं।
C) खींचते समय पीपे की सतह का अधिक क्षेत्रफल सड़क के संपर्क में आता है।
D) उपरोक्त के अलावा कई अन्य कारण हैं
Related Questions - 3
किसी पिंड का वेग दो गुना होने पर, उसकी गतिज – ऊर्जा-
A) दुगुनी हो जाएगी
B) आधी रह जाएगी
C) चार गुना हो जाएगी
D) एक- चौथाई रह जाएगी
Related Questions - 4
प्रतिध्वनि के उत्पन्न होने का कारण -
A) ध्वनि का परावर्तन
B) ध्वनि का अपवर्तन
C) ध्वनि का विवर्तन
D) ध्वनि का ध्रुवण
Related Questions - 5
वृद्धावस्था में लिखने व पढ़ने हेतु चश्मा लगाना पड़ता है क्योंकि -
A) नेत्र लेंस कमजोर हो जाते हैं
B) नेत्र की समायोजन क्षमता में कमी आ जाती है
C) नेत्र-गोलक (eye ball) कुछ छोटा हो जाता है
D) नेत्र के लेंसों की आवर्धन-क्षमता में कमी आ जाती है