Question :

नाभिकीय रिऐक्टर में विमन्दक का कार्य -


A) द्वितीयक (secondary) न्यूट्रॉनों की संख्या को विमन्दित करना है
B) द्वितीयक न्यूट्रॉनों को धीमा करना है
C) विखंडनीय नाभिकों की संख्या में वृद्धि करना है
D) विखंडन अभिक्रिया का नियंत्रण करना है

Answer : B

Description :



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एक स्थिर न्यूक्लियस  में प्रोट्रॉनों के मध्य परस्पर स्थिर वैधुत बल -


A) उनके बीच नाभिकीय बल के बराबर होता है
B) नाभिकीय बल की अपेक्षा अधिक प्रबल होता है
C) नाभिकीय बल की अपेक्षा निर्बल होता है
D) होता ही नहीं है

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कार के हैड-लैम्प में प्रयुक्त दर्पण -


A) समतल दर्पण होता है
B) गोलीय दर्पण लगा होता है
C) गोलीय अवतल दर्पण लगा होता है
D) परवलयिक (parabolic) अवतल दर्पण होता है

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एक गोल पीपे (बैरल) को खींच कर ले जाने की अपेक्षा लुढ़काना सुगम होता है क्योंकि - 


A) खींचने पर पीपे का संपूर्ण भार कार्यरत होता है।
B) सर्पी-घर्षण (sliding friction) की तुलना में लोटनिक घर्षण (rolling friction) कम होता हैं।
C) खींचते समय पीपे की सतह का अधिक क्षेत्रफल सड़क के संपर्क में आता है।
D) उपरोक्त के अलावा कई अन्य कारण हैं

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हमें सदैव चन्द्रमा का एक ही पार्श्व दिखाई देने का कारण है -


A) चन्द्रमा की अपने अक्ष पर घूर्णन की अवधि, पृथ्वी के चारों और परिक्रमा अवधि के बराबर होना
B) चन्द्रमा का स्थिर होना
C) चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा अवधि पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा अवधि के बराबर होना
D) जिस तरह पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है चन्द्रमा का उस तरह नहीं करना

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एक स्थान से दूसरे तक तरंग के गमन में -


A) पदार्थ का अभिगमन होता है
B) ऊर्जा का अभिगमन होता है
C) द्रव्यमान का अभिगमन होता है
D) किसी का भी अभिगमन नहीं होता

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