जैन साहित्य के प्रमुख रचनाकारों में इनका प्रमुख स्थान है?
A) पुष्पदन्त
B) कृष्ण गोस्वामी
C) शंकर लाल शुक्ल
D) इनमें से कोई नहीं
Answer : A
Description :
जैन धर्म की दो शाखाएँ हैं- दिगम्बर और श्वेताम्बर। पुष्पदन्त प्रसिद्ध जैन साहित्यकार थे, जिनका समय दसवीं सदी को माना जाता है। पुष्पदन्त ने चार प्रसिद्ध ग्रन्थों की रचना की, जिनमें-
(1) तिसट्ठि महापुरिस गुणालंकार,
(2) ठाय कुमार चरिउ
(3) जसहर चरिउ
(4) कोश ग्रन्थ
इत्यादि हैं।
Related Questions - 1
निम्न में से किस ग्रन्थ में हरियाणा के बारे में उल्लेख मिलता है?
A) भद्रबाहुचरित एवं कथाकोश
B) दिव्यावदान एवं मज्झिमनिकाय
C) हर्षचरित एवं राजतरंगिणी
D) उपर्युक्त सभी
Related Questions - 2
निम्न में से किसने 1857 ई. की क्रांति के दौरान अंग्रेजों का सबसे मुखर विरोध किया?
A) लुहारु रियासत
B) पटौदी रियासत
C) दुजाना रियासत
D) इनमें से कोई नहीं
Related Questions - 3
निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
(i) नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना वर्ष 1955 में हिसार में की गई।
(ii) सेण्ट्रल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च ऑन बफैलोज की स्थापना वर्ष 1975 में करनाल में की गई।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
A) केवल (i)
B) केवल (ii)
C) (i) और (ii)
D) इनमें से कोई नहीं
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सीमा आयोग की संस्तुति के तहत ‘पंजाब पुनर्गठन विधेयक’ कब पारित किया गया?
A) 18 सितम्बर, 1966
B) 18 अक्टूबर, 1965
C) 18 दिसम्बर, 1964
D) 18 अगस्त, 1962
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निम्न में से कौन-सी मृदा को हरियाणा में ‘घर’ एवं ’कन्धी’ कहा जाता है ?
A) शिवालिक की मृदाएँ
B) गिरिपदीय की मृदाएँ
C) चट्टानी तल की मृदाएँ
D) ये सभी