हरियाणा से प्राप्त कुषाणकालीन मूर्तियों का मुख्य केन्द्र हैः
A) रोहतक
B) भिवानी
C) सिरसा
D) हिसार
Answer : A
Description :
कुषाण राजवंश प्राचीन भारत के राजवंशों में से एक था। इनका शासन काल 30 ई. से लगभग 225 ई. तक रहा। कनिष्क इस वंश का प्रमुख सम्राट था। यह अपने विजय, धार्मिक प्रवृत्ति, साहित्य तथा कला प्रेमी होने के कारण इतिहास में विशेष स्थान रखते हैं। कुषाणों की राजधनियाँ विभिन्न कालों में भिन्न-भिन्न रही हैं। कभी बाग्राम, तो कभी पेशावर, कभी तक्षशिला तो कभी मथुरा। हरियाणा से प्राप्त होने वाली कुषाणकालीन मूर्तियों का प्रमुख केन्द्र रोहतक है।
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निम्नलिखित में से कौन-सा हरियाणा का सर्वाधिक विस्तृत प्राकृतिक विभाग है?
A) शिवालिक का पहाड़ी भाग
B) रेतीला भाग
C) मैदानी भाग
D) अरावली की पहाड़ियों का शुष्क भाग
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महाराज जनमेजय ने अपने पिता परीक्षित की साँप के काटने से हुई मृत्यु का बदला लेने के लिए सर्पदमन यज्ञ कहाँ किया था?
A) सफीदों
B) आपगा
C) देवसर
D) इनमें से कोई नहीं
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जिला फरीदाबाद के किस नगर में किशोरी महल स्थित है, जिसका निर्माण 1754 से 1764 में कराया गया था?
A) बल्लभगढ़
B) हसनपुर
C) होडन
D) हथीन
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वर्ष 2018-19 के बजट में सड़क एवं परिवहन क्षेत्र को कितनी राशि प्रदान की गई?
A) 3171.82 करोड़
B) 3084.89 करोड़
C) 3169.70 करोड़
D) 3272.18 करोड़