कोई कम्पनी समता पर व्यापार कर सकती है, जबकि-
A) कम्पनी के अर्जन की दर उसकी स्थायी आय वाली प्रतिभूतियों पर ब्याज की दर से कम
B) कम्पनी के अर्जन की दर उसकी स्थायी आय वाली प्रतिभूतियों पर ब्याज की दर से अधिक है
C) सम्पूर्ण पूँजी समता अंशों के द्वारा एकत्रित की जाए।
D) कम्पनी की स्थापना को कुछ वर्ष व्यतीत हो चुके हो
Answer : B
Description :
समता पर व्यापार एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें ऋण, कंपनी के अंशधारकों के लिए लाभ पैदा करता है। कोई कंपनी समता पर व्यापार तभी कर सकती है जब कंपनी बांड, ऋण या पसंदीदा अंश का उपयोग करके नया ऋण लेती है और कंपनी इन कोषों का उपयोग संपत्ति हासिल करने के लिए करती है, जो लाभ पैदा करेगी और कंपनी की अर्जन दर उसकी स्थायी आय वाली प्रतिभूतियों पर ब्याज की दर से अधिक होती है। यह कंपनी को आमतौर पर प्रति शेयर कमाई को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।
Related Questions - 1
एच.आर.पी. (मानव संसाधन योजना) प्रक्रिया में प्रत्येक वर्ष निम्न में से कौन से चरण आवश्यक हैं जो उसमें परिवर्तन को शामिल कर उसे अधिक उपयोगी बनाते हैं?
A) अलग धन की स्थापना
B) प्रशिक्षण
C) व्यापार के लक्ष्यों को सुनिश्चित करना
D) प्रक्रिया की समीक्षा करना
Related Questions - 2
लोक राजस्व, व्यय और ऋण से संबंधित सरकार की नीति को इस नाम से जाना जाता है:
A) बजटीय सुधार
B) केंद्रीय बजट
C) राजकोषीय बजट
D) राजकोषीय नीति
Related Questions - 3
हर एक अधीनस्थ का एक परिष्ठ व्यक्ति होना चाहिए जिसके आदेश का उसे पालन करना होता है। इसे निम्नांकित रुप में जाना जाता हैः
A) कार्य का विभाजन
B) अपवाद सिद्धांत
C) आदेश की एकता का सिद्धांत
D) प्राधिकार-जिम्मेदारी सिद्धांत
Related Questions - 4
कर्मचारियों, ग्राहकों और जनता जैसे हितधारकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करते हुए, आर्थिक विकास में योगदान देने और नैतिक रुप से व्यवहार करने के लिए एक व्यवसाय की निरंतर प्रतिबद्धता निम्न कहलाती है:
A) निगमित सामाजिक जिम्मेदारी
B) कॉर्पोरेट गवर्नेस
C) साख बढ़ाना
D) अनुपालन
Related Questions - 5
नकदी प्रवाह विवरण, नकद प्रवाह को इनके आधार पर वर्गीकृत करता है।
A) केवल परिचालन गतिविधियां
B) केवल परिचालन और वित्तीय गतिविधियां
C) केवल परिचालन और निवेशी गतिविधियां
D) परिचालन, वित्तीय और निवेशी गतिविधियां