Question :

जब एक व्यक्ति को दो या अधिक विषम (विपर्यायी) उम्मीदों को पूरा करना होता है, तब परिणाम क्या होगा?


A) भूमिका स्पष्टता
B) भूमिका संघर्ष
C) भूमिका धारणा
D) विभ्रान्ति

Answer : B

Description :


भूमिका संगर्ष तब होता है जब कोई व्यक्ति ऐसी दो भूमिकाओं के बीच बट जाता है जो असंगत होती है| एक उदाहरण, एक प्रबंधकीय स्थिति में एक व्यक्ति हो सकता जिसे एनी कर्मचारियों द्वारा किये जाने वाले कर्त्तव्यों को पूरा करने की भी आवश्यकता होती है|


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उद्देश्यों द्वारा प्रबन्धन (एमबीओ) उन लक्ष्यों के निर्धारण पर विशेष रुप से जोर देता है, जो _______ होते हैं।


A) प्राप्त करने में आसान
B) मूर्त, सत्यापित और औसत दर्जे के
C) बनाने और विकसित करने में आसान
D) प्रकृति में सामान्य

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पूँजी संरचना का समीकरण है-


A) दीर्घकालीन ऋण + अंश पूँजी
B) ऋणपत्र + संचय व कोष + अंश पूँजी
C) दीर्घकालीन कोष + चालू दायित्व
D) अंश पूँजी + संचय व कोष + दीर्घकालीन ऋण

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जब वित्तीय संस्थान उद्योग से जुड़े सरकारी विनियमों का पालन करते हैं, तो वे संस्थान:


A) स्वतंत्र होते हैं
B) अनुपालन में होते हैं
C) नैतिक होते हैं
D) ध्यान में होते हैं

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संगठन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, योजनाओं और कार्यनीतियों को लागू करने हेतु _________ जिम्मेदार हैं।


A) मध्यम स्तर के प्रबंधक
B) अग्रपंक्ति पर्यवेक्षक
C) अधिकारी
D) तकनीकी पर्यवेक्षक

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भारतीय पूँजी निर्गमन अधिनियम के अनुसार समता व पूर्वाधिकार अंशों का अनुपात होना चाहिए-


A) 2 : 1
B) 2 : 3
C) 3 : 2
D) 1 : 2

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