Question :

प्रबंधकों की तीन पारस्परिक भूमिकाएँ क्या होती है?


A) कल्पित, लीडर तथा मेल-जोल
B) प्रवक्ता, लीडर, संयोजक
C) निदेशक, संयोजक, प्रसारक
D) संचारकर्ता, संयोजक, प्रवक्ता

Answer : A

Description :


प्रबंधक की पारस्परिक भूमिकाएँ संचार, संबंधों और नेतृत्व पर केंद्रित है। ये तीन उपश्रेणियों में विभाजित हैः-

 

(1) फिगरहेड (Figurehead)- फिगरहेड की भूमिका मुख्य रुप से औपचारिक और प्रतीकात्मक है। इस भूमिका को निभाने वाले प्रबंधक को अक्सर संगठन के प्रवक्ता या राजदूत के रुप में देखा जाता है। आमतौर पर कई कार्यों को करने के लिए एक फिगरहेड की आवश्यकता होती है, जैसे वीआईपी का अभिवादन करना, विशेष आयोजनों में भाग लेना और भाषण देना।

 

(2) नेता (Leader)- नेता की भूमिका किसी संगठन के सदस्यों को मार्गदर्शन और दिशा प्रदान करने के साथ-साथ उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन करना है। लीडर आमतौर पर अपनी टीम के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हैं तथा उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक योजना बनाते हैं और टीम के सदस्यों को प्रतिक्रिया (Feedback) प्रदान करते हैं।

 

(3) संपर्क (Liaison)- संपर्क की भूमिका लोगों को जोड़ने के बारे में है. इसमें विभिन्न विभागों के बीच और एक संगठन के भीतर व्यक्तियों के बीच संचार और संबंध बनाए रकना शामिल है। वे ग्राहकों और आपूर्तिकर्ताओं जैसे बाहरी पक्षों को संगठन से जोड़ने का काम भी करते हैं।


Related Questions - 1


एक प्रबंधक जो ग्राहक द्वारा पिछले सप्ताह खरीदे गए जूतों को वापस करने में सहायता कर रहा है, किस प्रकार के निर्णय से निपट रहा होता है?


A) कार्यक्रमबद्ध निर्णय
B) अनिश्चितता
C) गैर-कार्यक्रमबद्ध निर्णय
D) परिबद्ध-तर्कसंगतता

View Answer

Related Questions - 2


चालू अनुपात वित्तीय स्थिति की सृदृढ़ता का निश्चयात्मक प्रमाण नहीं है-


A) वह स्टॉक की मात्रा से प्रभावित होता है
B) सम्पत्तियों एवं दायित्वों में समान वृद्धि से घट जाता है
C) यह केवल चालू सम्पत्तियों पर आधारित है अन्य पर नही
D) चालू सम्पत्तियां एवं दायित्व उचित माप नहीं है

View Answer

Related Questions - 3


‘मैनेजमेंट इन इण्डस्ट्रियल वर्ल्ड’ के लेखक कौन है।


A) एडवर्ड बी. फिलिप्पो
B) हरबिन्सन व मेयर्स
C) स्टेनले व वेन्स
D) आर सी डेविस

View Answer

Related Questions - 4


कोई कम्पनी समता पर व्यापार कर सकती है, जबकि-


A) कम्पनी के अर्जन की दर उसकी स्थायी आय वाली प्रतिभूतियों पर ब्याज की दर से कम
B) कम्पनी के अर्जन की दर उसकी स्थायी आय वाली प्रतिभूतियों पर ब्याज की दर से अधिक है
C) सम्पूर्ण पूँजी समता अंशों के द्वारा एकत्रित की जाए।
D) कम्पनी की स्थापना को कुछ वर्ष व्यतीत हो चुके हो

View Answer

Related Questions - 5


वह अनुपात, जो मौद्रिक वर्तमान संपत्ति के वर्तमान देयताओं के साथ संबंध पर केन्द्रित होता है, _________ कहलाता है।


A) निवेश पर रिटर्न
B) अम्ल जाँच अनुपात (एसिड टेस्ट रेशियो)
C) ऋण समता अनुपात (डेब्ट इक्विटी रेशियो)
D) वर्तमान अनुपात (करंट रेशियो)

View Answer