“राजा ने चोर को मृत्यु दंड की सजा दी।” वाक्य में क्या त्रुटि है?
A) सजा दी
B) मृत्यु दंड
C) चोर को
D) राजा ने
Answer : A
Description :
“राजा ने चोर को मृत्यु दंड की सजा दी।” इस वाक्य में ‘सजा दी’ शब्द की द्विरुक्ति के कारण ‘कथितपदत्व’ दोष का प्रयोग हुआ है। इसका शुद्ध वाक्य – राजा ने चोर को मृत्युदंड दिया।
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निर्देश (प्रश्न सं. 156 से 158 तक) - दिए गए वाक्यों में से कुछ में त्रुटिया हैं और कुछ ठीक हैं। वाक्य के जिस भाग में त्रुटियां हों, उसके अनुरुप अक्षर वाले गोलाकार खाने को काला करें। यदि वाक्य में कोई त्रुटि न हों, तो “कोई त्रुटि नहीं” वाले अक्षर के गोलाकार खाने को पूरी तरह काला करें।
A) भिनभिनाती हुई रहती हैं
B) मक्खियाँ हरक्षण
C) खुले हुए भोजन पर
D) कोई त्रुटि नहीं
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हेम नरेश को पुस्तक दिया।
A) हेम नरेश की पुस्तक दी।
B) हेम ने नरेश को पुस्तक दी।
C) हेम नरेश का पुस्तक देगा।
D) हेम नरेश का पुस्तक दिया।
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निर्देश (354-360): निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न में तीन गद्यांश दिये गये हैं। त्रुटि वाले वाक्यांश को चुनें और उसके अनुरुप (A), (B), (C) पर चिन्ह लगाएँ। यदि वाक्य त्रुटिहीन हो, तो (D) पर चिन्ह लगाएँ।
A) भारतवर्ष के पर्वतीय क्षेत्र का
B) सुंदरता, सारे विश्व में
C) सबसे सर्वोत्तम है
D) कोई त्रुटि नहीं
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‘दूर का लड्डू सुहावना होता है।’ इस वाक्य का शुद्ध रुप लिखिए।
A) दूर की ढोलक विचित्र होती है।
B) दूर के झोल सुहावने होते हैं।
C) दूर का गाना-बजाना सुहाना होता है।
D) दूर के ढोल सुहावने होते हैं।
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शुद्ध वाक्य छॉटिए-
A) कई रेलवे के कर्मचारियों की गिरफ्तारी हुई।
B) इस समय आपकी अवस्था चालीस वर्ष की है।
C) हम तो अवश्य ही जाएँगे।
D) मैं हल करने की तलाश में हूँ।