Question :
A) नेत्र का शीघ्र ही स्थिति अनुरुप समंजित नहीं कर पाना
B) क्षण भर के लिए दृष्टि पटल का असंवेदनशील हो जाना
C) परितारिका (iris) द्वारा पुतली को तुरंत ने फैला पाना
D) लेंस व दृष्टि-पटल के अन्तराल को समंजित होने में देरी
Answer : C
जब कोई व्यक्ति बाहर तेज प्रकाश से एक अंधेरे कमरे में प्रवेश करता है तो कुछ देर तक वह स्पष्ट देख पाने में समर्थ नहीं होता। इसका कारण है -
A) नेत्र का शीघ्र ही स्थिति अनुरुप समंजित नहीं कर पाना
B) क्षण भर के लिए दृष्टि पटल का असंवेदनशील हो जाना
C) परितारिका (iris) द्वारा पुतली को तुरंत ने फैला पाना
D) लेंस व दृष्टि-पटल के अन्तराल को समंजित होने में देरी
Answer : C
Description :
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किसी झील में एक पत्थर फेंकने पर, जैसे-जैसे वह जल में नीचे डूबता जाता है, उस पर उत्प्लावन (upthrust)
A) बढ़ता जाता है
B) घटता जाता है
C) पहले घटता फिर बढ़ता है
D) एक समान रहता है
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किसी वस्तु का वास्तविक प्रतिबिम्ब प्राप्त करने हेतु आवश्यक दर्पण कौन-सा होगा ?
A) समतल दर्पण
B) अवतल दर्पण
C) उत्तल दर्पण
D) कोई भी दर्पण वास्तिविक प्रतिबिम्ब नहीं बना सकता
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इन्द्रधनुष का बनना वायुमंडल में वर्तमान जल की बूंदों द्वारा प्रकाश का -
A) परिक्षेपण है
B) प्रकीर्णन है
C) पूर्ण आन्तरिक परावर्तन है
D) परिक्षेपण व पूर्ण आन्तरिक परावर्तन दोनों ही हैं
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धागे के एक सिरे पर बंधे पत्थर के टुकड़े को, धागे के दूसरे सिरे को हाथ में पकड़कर, वृत्ताकर घुमाया जाता है। अगर धागे की लम्बाई व टुकड़े के वेग दोनों को दो गुना करने पर धागे का तनाव पहले की अपेक्षा –
A) दो गुना हो जाएगा
B) चार गुना हो जाएगा
C) आधा रह जाएगा
D) अपरिवर्तित रहेगा
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बाह्रा अंतरिक्ष में स्थित अंतरिक्ष-यात्री -
A) दिन के समय तारे नहीं देख पाता है
B) तारों को बिलकुल भी नहीं देख पाता है
C) दिन के समय सूर्य की विपरीत दिशा में तारों को देख पाता है
D) सभी दिशाओं में दिन के समय तारे देख पाता है