Question :
A) नेत्र का शीघ्र ही स्थिति अनुरुप समंजित नहीं कर पाना
B) क्षण भर के लिए दृष्टि पटल का असंवेदनशील हो जाना
C) परितारिका (iris) द्वारा पुतली को तुरंत ने फैला पाना
D) लेंस व दृष्टि-पटल के अन्तराल को समंजित होने में देरी
Answer : C
जब कोई व्यक्ति बाहर तेज प्रकाश से एक अंधेरे कमरे में प्रवेश करता है तो कुछ देर तक वह स्पष्ट देख पाने में समर्थ नहीं होता। इसका कारण है -
A) नेत्र का शीघ्र ही स्थिति अनुरुप समंजित नहीं कर पाना
B) क्षण भर के लिए दृष्टि पटल का असंवेदनशील हो जाना
C) परितारिका (iris) द्वारा पुतली को तुरंत ने फैला पाना
D) लेंस व दृष्टि-पटल के अन्तराल को समंजित होने में देरी
Answer : C
Description :
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हमें सदैव चन्द्रमा का एक ही पार्श्व दिखाई देने का कारण है -
A) चन्द्रमा की अपने अक्ष पर घूर्णन की अवधि, पृथ्वी के चारों और परिक्रमा अवधि के बराबर होना
B) चन्द्रमा का स्थिर होना
C) चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा अवधि पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा अवधि के बराबर होना
D) जिस तरह पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है चन्द्रमा का उस तरह नहीं करना
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रेलवे प्लेटफार्म के किनारे पर खड़े युवक के सामने तेज गति से रेलगाड़ी के गुजरने पर युवक -
A) पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता
B) प्लेटफार्म पर गाड़ी से दूर जा गिरता है
C) गाड़ी की ओर गिर पड़ता है
D) गाड़ी की ओर या उससे दूर गिर पड़ता है जो गाड़ी की चाल पर नर्भर करता है
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एक पुलिस की गाड़ी सायरन बजाती हुई किसी प्रेक्षक से दूर जा रही है तो सायरन के सामान्य तरत्व (तीक्ष्णता) के सापेक्ष उसकी ध्वनि का तारत्व -
A) कम होगा
B) एक समान होगा
C) अधिक होगा
D) गाड़ी की गतिअनुसार कम या अधिक होगा
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क्षितिज के निकट होने पर सूर्य व चन्द्रमा दीर्घ वृत्ताकार (elliptical) प्रतीत होते हैं इसका कारण है
A) प्रकाशीय दृष्टि-भ्रम (optical-illusion)
B) व्यतिकरण
C) अपवर्तन
D) इनकी आकृति में वास्तविक परिवर्तन
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आकाश की नीलिमा का कारण -
A) उसका वास्तविक नीला वर्ण ही है
B) पृथ्वी के वायुमंडल द्वारा अन्य वर्णें की अपेक्षा नीले वर्ण का अधिक प्रकीर्णन होना है
C) सभी वर्णो के व्यक्तिकरण से उत्पन्न नीला वर्ण है
D) श्वेत प्रकाश में नीला घटक अधिक प्रबल होता है