Question :
A) नेत्र का शीघ्र ही स्थिति अनुरुप समंजित नहीं कर पाना
B) क्षण भर के लिए दृष्टि पटल का असंवेदनशील हो जाना
C) परितारिका (iris) द्वारा पुतली को तुरंत ने फैला पाना
D) लेंस व दृष्टि-पटल के अन्तराल को समंजित होने में देरी
Answer : C
जब कोई व्यक्ति बाहर तेज प्रकाश से एक अंधेरे कमरे में प्रवेश करता है तो कुछ देर तक वह स्पष्ट देख पाने में समर्थ नहीं होता। इसका कारण है -
A) नेत्र का शीघ्र ही स्थिति अनुरुप समंजित नहीं कर पाना
B) क्षण भर के लिए दृष्टि पटल का असंवेदनशील हो जाना
C) परितारिका (iris) द्वारा पुतली को तुरंत ने फैला पाना
D) लेंस व दृष्टि-पटल के अन्तराल को समंजित होने में देरी
Answer : C
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किसी उपग्रह को पृथ्वी से बहुत ही परिशुद्ध रुप से -
A) डाप्लर प्रभाव की सहायता से पथांकित किया जा सकता है
B) रडार की सहायता से पथांकित किया जा सकता है
C) सोनार की सहायता से पथांकित किया जा सकता है
D) जीमान प्रभाव की सहायता से पथांकित किया जा सकता है
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पूर्ण सूर्य ग्रहण में सूर्य का कौन-सा भाग दिखाई देता है ?
A) कोई भाग नहीं
B) किरीट (corona)
C) वर्णमंडल (chromosphere)
D) प्रकाश मंडल (photosphere)
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पृथ्वी व सूर्य के बीच की दूरी यदि वर्तमान दूरी की अपेक्षा दो गुनी हो जाय तो पृथ्वी पर सूर्य द्वारा गुरुत्वाकर्षण बल -
A) पहले की अपेक्षा दो गुना होगा
B) पहले की अपेक्षा चार गुना होगा
C) पहले की अपेक्षा आधा होगा
D) पहले की अपेक्षा एक – चौथाई होगा
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विद्युत् बल्ब का तन्तु तप्त होकर श्वेत हो जाता है जबकि प्रवेशी संयोजी तार केवल हल्का-सा ही गर्म हो पाता है क्योंकि संयोजी तार-
A) में अपेक्षाकृत कम धारा प्रवाहित हो पाती है
B) का प्रतिरोध बहुत कम होता है
C) का गलनांक अपेक्षाकृत अधिक होता है
D) श्याम लौह का बना होता है
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प्रकाश की तरंग, ध्वनि तरंगों से इस प्रकार भिन्न हैं कि -
A) प्रकाश की तरंगें विद्युत्-चुम्बकीय हैं किन्तु ध्वनि तरंगें नहीं
B) प्रकाश तरंगें जल में गमन कर सकती है किन्तु ध्वनि तरंगें नहीं
C) प्रकाश सभी माध्यमों में समान वेग से चलता है
D) प्रकाश तरंगों से व्यतिकरण (interference) पैदा होता है ध्वनि तरंगें से नहीं