Question :
A) प्रकाश की किरण का छिद्र में प्रवेश के पश्चात् पार्श्व परिवर्तन हो जाता है
B) प्रकाश का ऋतुरेखीय संचरण (rectilinear propagation)
C) छिद्र का उत्तल लेंस (convex lens) के रुप में कार्य करना
D) छिद्र का प्रिज्म के रुप में कार्य करना
Answer : B
बदं कमरे की खिड़की में एक छोटा छिद्र कमरे से बाहर की वस्तुओं का कमरे की सामने की दीवार पर उल्टा प्रतिबिम्ब बनाता है, इसका कारण-
A) प्रकाश की किरण का छिद्र में प्रवेश के पश्चात् पार्श्व परिवर्तन हो जाता है
B) प्रकाश का ऋतुरेखीय संचरण (rectilinear propagation)
C) छिद्र का उत्तल लेंस (convex lens) के रुप में कार्य करना
D) छिद्र का प्रिज्म के रुप में कार्य करना
Answer : B
Description :
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परिदर्शी में होने वाली प्रकश की परिघटना-
(i) परावर्तन है
(ii) प्रकीर्णन है
(iii) अपवर्तन है
(iv) विवर्तन है
A) (i) व (ii)
B) (i) व (iii)
C) (i), (ii) व (iii)
D) सभी चारों
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ध्वनि उच्चतम वेग से -
A) O˚C पर शुष्क वायु में गमन करती हैं
B) 3O˚C पर शुष्क वायु में गमन करती हैं
C) O˚C पर आर्द्र वायु में गमन करती हैं
D) 3O˚C पर आर्द्र वायु में गमन करती हैं
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रात्रि में रेडियों रिसेप्शन (अभिग्रहण) में कुछ सुधार क्यों हो जाता है ?
A) रात्रि में बाहरी शोर बहुत कम हो जाता है
B) दिन की अपेक्षा रात्रि में कुछ ही रेडियों स्टेशन ब्राडकास्ट करते हैं
C) दिन के समय सूर्य का प्रकाश रेडियो ब्रॉडकास्ट को कुछ सीमा तक प्रभावित करता है
D) रात्रि मे पृथ्वी का चुम्बकीय-बल क्षेत्र कम तीव्र हो जाने के कारण ब्रॉडकास्ट को कम प्रभावित कर पाता है
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सूर्यास्त के पूर्व सूर्य गहरा नारंगी-लाल-आभायुक्त प्रतीत होता है क्योकिं -
A) दिन के अन्त में सूर्य अति तप्त होता है
B) संध्या में सूर्य में हीलियम की मात्रा में वृद्धि हो जाती है
C) सूर्य केवल नारंगी-लाल वर्ण का प्रकाश उत्सर्जित करता है
D) सूर्य के प्रकाश को अधिक मोटे वायुमंडल में गमन करना पड़ता है जिससे अन्य वर्ण प्रकीर्णित हो जाते हैं और पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाते हैं
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हमें सदैव चन्द्रमा का एक ही पार्श्व दिखाई देने का कारण है -
A) चन्द्रमा की अपने अक्ष पर घूर्णन की अवधि, पृथ्वी के चारों और परिक्रमा अवधि के बराबर होना
B) चन्द्रमा का स्थिर होना
C) चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा अवधि पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा अवधि के बराबर होना
D) जिस तरह पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है चन्द्रमा का उस तरह नहीं करना