Question :
A) प्रकाश की किरण का छिद्र में प्रवेश के पश्चात् पार्श्व परिवर्तन हो जाता है
B) प्रकाश का ऋतुरेखीय संचरण (rectilinear propagation)
C) छिद्र का उत्तल लेंस (convex lens) के रुप में कार्य करना
D) छिद्र का प्रिज्म के रुप में कार्य करना
Answer : B
बदं कमरे की खिड़की में एक छोटा छिद्र कमरे से बाहर की वस्तुओं का कमरे की सामने की दीवार पर उल्टा प्रतिबिम्ब बनाता है, इसका कारण-
A) प्रकाश की किरण का छिद्र में प्रवेश के पश्चात् पार्श्व परिवर्तन हो जाता है
B) प्रकाश का ऋतुरेखीय संचरण (rectilinear propagation)
C) छिद्र का उत्तल लेंस (convex lens) के रुप में कार्य करना
D) छिद्र का प्रिज्म के रुप में कार्य करना
Answer : B
Description :
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धागे के एक सिरे पर बंधे पत्थर के टुकड़े को, धागे के दूसरे सिरे को हाथ में पकड़कर, वृत्ताकर घुमाया जाता है। अगर धागे की लम्बाई व टुकड़े के वेग दोनों को दो गुना करने पर धागे का तनाव पहले की अपेक्षा –
A) दो गुना हो जाएगा
B) चार गुना हो जाएगा
C) आधा रह जाएगा
D) अपरिवर्तित रहेगा
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एक जल भरे बीकर में बर्फ का एक टुकड़ा तैर रहा है, बर्फ के पिघलने पर बीकर में जल का तल -
A) ऊपर उठ जाता
B) नीचे गिर जाता
C) पूर्ववत् बना रहेगा
D) पहले ऊपर उठेगा तत्पश्चात् नीचे गिर जाएगा
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रेलवे प्लेटफार्म के किनारे पर खड़े युवक के सामने तेज गति से रेलगाड़ी के गुजरने पर युवक -
A) पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता
B) प्लेटफार्म पर गाड़ी से दूर जा गिरता है
C) गाड़ी की ओर गिर पड़ता है
D) गाड़ी की ओर या उससे दूर गिर पड़ता है जो गाड़ी की चाल पर नर्भर करता है
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किसी पिंड का भार उत्तरी- ध्रुव व विषुवत रेखा पर क्रमशः WP व WE हैं। यदि पृथ्वी का घूर्णन रुक जाय तो-
A) WP बढ़ जायेगा।
B) WP में कोई परिवर्तन नहीं होगा।
C) WE में कोई परिवर्तन नहीं होगा।
D) WE कम हो जायेगा।
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किसी पिंड का द्रव्यमान उसके अपने भार से भिन्न होता है, क्योंकि
A) द्रव्यमान एक चर राशि है जबकि भार स्थिर राशि है।
B) भिन्न-भिन्न स्थानों पर द्रव्यमान में बहुत कम और भार में अधिक परिवर्तन होता है।
C) विषुवत रेखा से ध्रुवों पर जाने से द्रव्यमान स्थिर रहता है और भार में वृद्धि होती है।
D) पदार्थ की मात्रा का मापक द्रव्यमान है किन्तु भार एक बल है।