Question :
A) प्रकाश की किरण का छिद्र में प्रवेश के पश्चात् पार्श्व परिवर्तन हो जाता है
B) प्रकाश का ऋतुरेखीय संचरण (rectilinear propagation)
C) छिद्र का उत्तल लेंस (convex lens) के रुप में कार्य करना
D) छिद्र का प्रिज्म के रुप में कार्य करना
Answer : B
बदं कमरे की खिड़की में एक छोटा छिद्र कमरे से बाहर की वस्तुओं का कमरे की सामने की दीवार पर उल्टा प्रतिबिम्ब बनाता है, इसका कारण-
A) प्रकाश की किरण का छिद्र में प्रवेश के पश्चात् पार्श्व परिवर्तन हो जाता है
B) प्रकाश का ऋतुरेखीय संचरण (rectilinear propagation)
C) छिद्र का उत्तल लेंस (convex lens) के रुप में कार्य करना
D) छिद्र का प्रिज्म के रुप में कार्य करना
Answer : B
Description :
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जल से भरे गिलास के नीचे दबे कागज को शीघ्रता से गिलास के नीचे से जल को छिड़काए बिना ही खींचा जा सकता है। ये परिघटना-
A) कागज व गिलास के मध्य घर्षण की कमी दर्शाती है।
B) न्यूटन के तृतीय नियम को दर्शाती है।
C) जड़त्व के गुण को दर्शाती है।
D) त्वरण को दर्शाती है।
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विद्युत् परिपथों में, फ्यूजों की अपेक्षा लघु-परिपथ-भंजन (M.C.B) को प्राथमिकता दी जाती हैं क्योंकि -
A) MCB ओवरलोडिगं का वहन आग लगे बिना कर लेता है
B) फ्यूज की तुलना में MCB सस्ता है
C) ओवरलोड को दूर करने के बाद, को एक लीवर दबाकर (M.C.B) पुनः सैट किया जा सकता है
D) फ्यूज उचित कार्यदर की धारा के अनुसार उपल्ब्ध नहीं होते
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नाभिकीय रिऐक्टर में विमन्दक का कार्य -
A) द्वितीयक (secondary) न्यूट्रॉनों की संख्या को विमन्दित करना है
B) द्वितीयक न्यूट्रॉनों को धीमा करना है
C) विखंडनीय नाभिकों की संख्या में वृद्धि करना है
D) विखंडन अभिक्रिया का नियंत्रण करना है
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एक साधारण फ्लुओरेसेंट (प्रतिदीप्ति) टयूब में -
A) सोडियम वाष्प भरी होती है
B) निम्न दाब पर आर्गन भरी होती है
C) निम्न दाब पर पारा वाष्प भरी होती है
D) पारा-ऑक्साइड और निऑन भरा होता है
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वायुमंडल द्रवारा ग्रहण जल वाष्प की मात्रा वायु के ताप -
A) पर निर्भर नहीं होती
B) में वृद्धि के साथ बढ़ सकती है
C) में वृद्धि के साथ कम हो जाती है
D) में वृद्धि के साथ घटती-बढ़ती रहती है