Question :

आचार्य किशोरीदास वाजपेयी के मत से हिन्दी में कितने कारक हैं?


A) 6
B) 7
C) 8
D) 5

Answer : A

Description :


आचार्य किशोरीदास वाजपेयी के मत से हिन्दी में 6 कारक हैं, जिन्हें कर्ता, कर्म, करण, सम्प्रदान, अपादान तथा अधिकरण कहते हैं, हिन्दी व्याकरणकारों ने आठ कारक लिखे हैं। सम्बन्ध तथा सम्बोधन को भी उन्होंने कारक समझ लिया है।


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‘राजा सेवक को कम्बल देता है।’, वाक्य में रेखांकित पद में कौन-सा कारक है?


A) सम्प्रदान कारक
B) कर्त्ता कारक
C) कर्म कारक
D) सम्बन्ध कारक

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“राम सीता से सुंदर है” इस वाक्य में कौन-सा कारक है?


A) करण कारक
B) अपादान कारक
C) सम्प्रदान कारक
D) सम्बन्ध कारक

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‘चूहा बिल से बाहर निकला’- में कौन-सा कारक है? 


A) सम्प्रदान कारक
B) अपादान कारक
C) करण कारक
D) सम्बन्ध कारक

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‘कुर्सी पर मास्टर जी बैठ है’ इस वाक्य में ‘कुर्सी’ शब्द किस कारक में हैं?


A) करण कारक
B) सम्प्रदान
C) सम्बन्ध
D) अधिकरण

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सीमा कुत्ते से डरती है। इस वाक्य में कौन-सा कारक है?


A) अपादान कारक
B) करण कारक
C) कर्म कारक
D) सम्बोधन कारक

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