Question :

उद्देश्य में कर्ता के साथ और क्या रहता है?


A) कर्ता - विस्तार
B) कर्ता - पूरक
C) कर्ता - विधेय
D) विधेय - पूरक

Answer : A

Description :


उद्देश्य में कर्ता के साथ कर्ता-विस्तार रहता है, जैसे- ‘परिश्रम करने वाला व्यक्ति सदा सफल होता है’। इस वाक्य में कर्ता का विस्तार ‘परिश्रम करने वाला’ है।

 

विधेय – वाक्य में उद्देश्य के बारे में जो कुछ कहा जाता है, उसे विधेय कहते हैं,

जैसे - राहुल  खेलता है।

               

        उद्देश्य  विधेय


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‘पेड़ से पत्ते गिरते हैं’ में कारक है-


A) कर्त्ता कारक
B) अपादान कारक
C) करण कारक
D) सम्बन्ध कारक

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‘से’, ‘के द्वारा’ किस कारक का परसर्ग है?


A) अपादान
B) करण
C) सम्प्रदान
D) अधिकरण

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‘हिमालय से गंगा निकलती है।’ वाक्य में कौन-सा कारक प्रयुक्त है?


A) करण
B) अपादान
C) सम्प्रदान
D) कर्म

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‘कारण कारक’ किस वाक्य में है?


A) राम को फल दो
B) वह कलम से लिखता है
C) यह राम की पुस्तक है
D) वृक्ष से पत्ते गिरते हैं

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‘मैं तीन मिटन के लिए आ रहा हूँ’ में कौन-सा कारक है?


A) कर्त्ता कारक
B) सम्बन्ध कारक
C) अधिकरण कारक
D) सम्प्रदान कारक

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