Question :

उद्देश्य में कर्ता के साथ और क्या रहता है?


A) कर्ता - विस्तार
B) कर्ता - पूरक
C) कर्ता - विधेय
D) विधेय - पूरक

Answer : A

Description :


उद्देश्य में कर्ता के साथ कर्ता-विस्तार रहता है, जैसे- ‘परिश्रम करने वाला व्यक्ति सदा सफल होता है’। इस वाक्य में कर्ता का विस्तार ‘परिश्रम करने वाला’ है।

 

विधेय – वाक्य में उद्देश्य के बारे में जो कुछ कहा जाता है, उसे विधेय कहते हैं,

जैसे - राहुल  खेलता है।

               

        उद्देश्य  विधेय


Related Questions - 1


आचार्य किशोरीदास वाजपेयी के मत से हिन्दी में कितने कारक हैं?


A) 6
B) 7
C) 8
D) 5

View Answer

Related Questions - 2


‘दशरथ के पुत्र राम ने रावण को मारा’ इस वाक्य में कौन-सा पद कारक बनने की सबसे कम योग्यता रखता है?


A) राम
B) रावण
C) दशरथ
D) पुत्र

View Answer

Related Questions - 3


निम्नलिखित वाक्यों में से अपादान परसर्ग से युक्त वाक्य है-


A) हम कान से सुनते हैं।
B) मोहन से उठा नहीं जाता।
C) राम ने अपने पुत्र से नाता तोड़ लिया।
D) रावण, राम के बाण से मारा गया।

View Answer

Related Questions - 4


कर्म कारक के लिए प्रयुक्त होने वाला चिन्ह है-


A) ने
B) के लिए
C) से
D) को

View Answer

Related Questions - 5


‘वह मुझसे अलग रहता है।' रेखांकित शब्द के आधार पर बताइए कि यहाँ कौन-सा कारक है?


A) सम्प्रदान
B) अपादान
C) करण
D) अधिकरण

View Answer