Question :

‘द्वार-द्वार भटकना’ में प्रयुक्त द्विरुक्ति ‘द्वार-द्वार’ है-


A) पारस्परिक सम्बन्ध बताने के अर्थ में
B) अतिशयता प्रकट करने के अर्थ में
C) भेद बताने के अर्थ में
D) समग्रता प्रकट करने के अर्थ में

Answer : D

Description :


‘द्वार-द्वार’ संज्ञा शब्द की द्विरुक्ति है। द्विरुक्ति का अर्थ है- दुहराना अर्थात् एक उक्ति को दो बार उच्चरित करना। इसकी रचना सार्थक शब्दों की आवृत्ति से होती है। प्रस्तुत वाक्य में ‘द्वार-द्वार’ द्विरुक्ति का प्रयोग ‘समग्रता प्रकट करने के अर्थ में’ हुआ है।


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‘गाय’ कौन-सी संज्ञा है?


A) व्यक्तिवाचक
B) जातिवाचक
C) भाववाचक
D) द्रव्यवाचक

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आपका घर जिस शहर में है, उस शहर का नाम संज्ञा का कौन-सा भेद सूचित करता है?


A) व्यक्तिवाचक
B) जातिवाचक
C) समूहवाचक
D) भाववाचक

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‘गरीबों की सहायता करो।’ “गरीब” शब्द क्या है?


A) विशेषण
B) विशेष्य
C) जातिवाचक संज्ञा
D) भाववाचक संज्ञा

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भाववाचक संज्ञा कितने प्रकार के शब्दों से बनती है?


A) चार प्रकार के
B) तीन प्रकार के
C) पाँच प्रकार के
D) छह प्रकार के

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इनमें से कौन-सा शब्द भाववाचक संज्ञा नहीं है।


A) मनाही
B) विद्वता
C) सोना
D) खुशी

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