निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति कौ मूल।
बिन निज भाषा ज्ञान के मिटे न हिए कौ शूल।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा छंद है ?
A) सोरठा
B) दोहा
C) रोला
D) हरिगीतिका
Answer : B
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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |
(1) वैसे देखा जाए तो
(य) प्रकृति स्वयं उस शक्ति का निर्माण करती है, जो
(र) नाना प्रकार के दाहक और पाचक रसों के रुप में
(ल) उदर के भीतर कोई अग्नि की ज्वाला नहीं है, किन्तु
(व) नाना भाँति के खाद्य पदार्थो अर्थात् भोज्य को
(6) पचा सकती है।
A) ल य र व
B) य र व ल
C) ल र य व
D) र य व ल
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पट-पीत मानहुं तड़ित रुचि, सुचि नौमि जनक सुतावरं में कौन-सा अलंकार है ?
A) उपमा
B) रुपक
C) उत्प्रेक्षा
D) उदाहरण
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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |
(1) मिथकीय आवरणों को
(य) अर्थ देने वाले लोग
(र) सार्वभौम रचनात्मकता को पहचानने वाले कला समीक्षक
(ल) हटा उसे तथ्यानुयायी
(व) मनोवैज्ञानिक कहलाते हैं, आवरणों की
(6) कहलाते हैं।
A) य ल व र
B) ल य व र
C) ल र व य
D) य र व ल