अति मलीन वृषभानुकुमारी।
अधोमुख रहति, उरध नहिं चितवत, ज्यों गथ हारे थकित जुआरी।
छूटे चिहुर बदन कुम्हिलानों, ज्यों नलिनी हिमकर की मारी।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
A) अनुप्रास
B) उत्प्रेक्षा
C) रुपक
D) उपमा
Answer : D
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रहिमन जो गति दीप की, कुल कपूत गति सोय ।
बारे उजियारै लगै, बढ़ै अंधेरो होय ।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
A) उपमा
B) रुपक
C) यमक
D) श्लेष
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दिए गए शब्द-युग्म के सही अर्थ-भेद का चयन कीजिए
इति-ईति
A) समाप्त-शुभ
B) प्रारम्भ-विघ्न
C) विघ्न-समाप्त
D) समाप्त-विघ्न
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ध्वनि-मयी कर के गिरि-कंदरा,
कलित-कानन केलि-निकुंज को।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
A) छेकानुप्रास
B) वृत्त्यनुप्रास
C) लाटानुप्रास
D) यमक
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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |
(1) वैसे देखा जाए तो
(य) प्रकृति स्वयं उस शक्ति का निर्माण करती है, जो
(र) नाना प्रकार के दाहक और पाचक रसों के रुप में
(ल) उदर के भीतर कोई अग्नि की ज्वाला नहीं है, किन्तु
(व) नाना भाँति के खाद्य पदार्थो अर्थात् भोज्य को
(6) पचा सकती है।
A) ल य र व
B) य र व ल
C) ल र य व
D) र य व ल