निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |
(1) काव्य के विषय में द्विवेदीजी की एक
(य) विशेष प्रकार की रुचि बन गई थी और चूँकि व
(र) कवि की दृष्टि से करते थे अतः अनेक नए काव्यों को, जो
(ल) काव्य का अध्ययन आलोचक की दृष्टि से नहीं वरन्
(व) उनके संस्कारों से मेल नहीं खाते थे, मुक्त भाव से स्वीकार करना
(6) उनके लिए कठिन हो जाता था।
A) य र ल व
B) य ल र व
C) य व र ल
D) य व ल र
Answer : B
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हम जो कुछ देख रहे हैं, सुन्दर है सत्य नहीं है।
यह दृश्य जगत भासित है, बिन कर्म शिवत्व नहीं है।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा छंद है ?
A) 14-14 मात्राओं की यति से 28 मात्राओं वाला मात्रिक छंद
B) 10-10 वर्णो की यति से 20 वर्णो वर्णिक छंद
C) 13-13 मात्राओं की यति से 26 मात्राओं वाला मात्रिक छंद
D) 15-15 मात्राओं की यति से 30 मात्राओं वाला मात्रिक छंद
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जैसी करनी, वैसी भरनी का अर्थ है -
A) कार्य के अनुसार परिणाम मिलता है
B) जो जितना उधार लेता है, उसे उतना ही लौटाना पड़ता है
C) बुरे काम का बुरा परिणाम होता है
D) अच्छा फल चाहने वाले को बुरा काम छोड़ दोना चाहिए
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किसी के प्रति उदारता एवं कृपापूर्वक किया जानेवाल व्यवहार
A) विग्रह
B) निग्रह
C) अवग्रह
D) अनुग्रह