Question :

पृथ्वी की औसत त्रिज्या (R) व औसत घनत्व (d), गुरुत्व के कारण त्वतण का औसत मान (g) तथा सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण स्थिरांक (G) के आंकड़ो के अनुसार, पृथ्वी के द्रव्यमान की गणना -


A) केवल R व d को प्रयुक्त कर के हो सकती है
B) केवल G व g को प्रयुक्त कर के हो सकती है
C) g, G व g. को प्रयुक्त कर के हो सकती है
D) केवल R व G को प्रयुक्त कर के हो सकती है

Answer : A

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एक भारी नाभिक (न्यूक्लियम) के तात्क्षणिक विघटन की परिघटना -


A) विघटनाभिका (radioactivity) कहलाती है
B) नाभिक विखंडन कहलाती है
C) नाभिक संलयन कहलाती है
D) अंतः स्कोट (implosion) कहलाती है

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सूर्यास्त के पूर्व सूर्य गहरा नारंगी-लाल-आभायुक्त प्रतीत होता है क्योकिं -


A) दिन के अन्त में सूर्य अति तप्त होता है
B) संध्या में सूर्य में हीलियम की मात्रा में वृद्धि हो जाती है
C) सूर्य केवल नारंगी-लाल वर्ण का प्रकाश उत्सर्जित करता है
D) सूर्य के प्रकाश को अधिक मोटे वायुमंडल में गमन करना पड़ता है जिससे अन्य वर्ण प्रकीर्णित हो जाते हैं और पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाते हैं

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जिस मंदाकिनी (galaxy) में सौर-मंडल है उसका नाम -


A) एन्ड्रोमिडा है
B) आकाश-गंगा है
C) रेडियों मंदाकिनी है
D) मैजैलेनिया मंदाकिनी है

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रेल पटरियों के नीचे चौड़े लकड़ी के पटरे (स्लीपर) इसलिए बिछाए जाते हैं जिससे -


A) वे झटकों को अवशोषित कर सकें
B) फिश प्लेटों (जोड़ पट्टियों) को समुचित प्रकार से जकड़ सकें
C) लोहे की पटरियों को समान्तर बनाए रखें
D) रेलगाड़ी के कारण उत्पन्न दाब घटा सकें

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प्रजनक रिएक्टर वह है जिसमें -


A) विखंडनीय पदार्थ की जितनी खपत होती है उत्पादन उससे अधिक होता है
B) विखंडनीय पदार्थ की बिल्कुल आवश्यकता न हो
C) केवल भारी जल का प्रयोग हो
D) उपरोक्त में से कुछ न हो

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