बिहार में गंगा के मैदानी भाग की मिट्टियाँ किस प्रकार की है?
A) अवशिष्ट मिट्टी
B) अपोढ़ मिट्टी
C) (1) और (2) दोनों
D) इनमें से कोई नहीं
Answer : C
Description :
बिहार की मिट्टियों को निर्माण प्रक्रिया की दृष्टि से दो कोटियों में रखा जा सकता है। (1) अवशिष्ट मिट्टी (2) प्रवाही या अपोढ़ मिट्टी अवशिष्ट मिट्टी का निर्माण चट्टानों से हुआ है। अपोढ़ मिट्टियाँ, निर्मायिका चट्टानों से मिलकर प्रवाहित होकर अलग स्थान पर निक्षेपित हो जाती है। गंगा के वृहत मैदान की मिट्टियों के निर्माण में लौह अयस्क, कैल्साइट, अभ्रक, फैल्सपार और डोलामाइट जैसे खनिज तत्वों की प्रधानता रहती है। बिहार का विशाल मैदान उत्तरी पर्वतीय प्रदेश और दक्षिणी पठारी प्रदेश के बीच फैला है। इन मैदानों का निर्माण द्वारा लायी गई जलोढ़ मिट्टी से हुआ है, तथा इसका उत्तरवर्ती भाग काप के जमाव से निर्मित है। पश्चिम सीमावर्ती क्षेत्र में चूने कंकड़ के जमान पाए जाते है। दक्षिण गंगा का मैदान की मिट्टी महीन है क्योंकि दक्षिणी मैदान की नदियाँ कंकड़, पत्थर को तोड़ नहीं पाती और महीन कण को ही अपने साथ बहा कर ले जा पाती है।
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देवबर्नाक से प्राप्त अभिलेख में परवर्ती गुप्त शासकों में तीन गुप्त शासकों के नाम अंकित है देवगुप्त, विष्णुगुप्त कृपया तीसरे शासक का नाम क्या था?
A) कुमारगुप्त प्रथम
B) जीवितगुप्त प्रथम
C) जीवितगुप्त द्वितीय
D) माधवगुप्त द्वितीय
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वर्ष के जनवरी माह में उत्तरी-पश्चिमी बिहार में शिवालिक श्रेणियों में किस तरह की घटना होने की प्रबल संभावना नहीं होती है?
A) मुसलाधार वर्षा होने की
B) तेज आंधी आने की
C) पाला गिरने की
D) उपर्युक्त में कोई नहीं
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बिहार के लोगों की जीविका का मुख्य आधार कौन सा है?
A) खनिज पदार्थ
B) कृषि
C) कुटीर उद्योग
D) बड़े उद्योग
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बिहार के संदर्भ में नवीन औद्योगिक नीति 1995 में कौन-सी व्यवस्था नहीं है?
A) लघु उद्योगों के लिए BIFR की तरह एक संस्था का गठन
B) 10-8 वर्षो के लिए बिक्री कर में छूट/स्थगन
C) टेलीफोन व्यवस्था का निजीकरण
D) विद्युत उत्पादन में निजी विदेशी निवेश को प्रोत्साहन