पटना के वहाबियों की शक्ति कब समाप्त हो गई थी?
A) 1860-61 तक
B) 1864-65 तक
C) 1870-71 तक
D) 1880-81 तक
Answer : C
Description :
पटना के वहाबियों की शक्ति 1870-71 तक समाप्त हो गई। पटना में 1865 ई. में मुकद्मा चला वहाँ और भी वहाबी गिरफ्तार हुए। बहावियों के खिलाफ दोबारा मुकद्दमा 1871 ई. में शुरू हुआ। इसमें तबारक अली, पीर मुहम्मद, दीन मुहम्मद, अमीरद्दीन, आमिर खान, हस्मत दाद खान एवं मुबारक खान पर मुकद्मा चलाया गया एवं इन लोगों पर बहावियों को वित्तीय मदद देने एवं अन्य सहयोग देने का आरोप लगाया गया। इनमें से एमा हस्मतदाद खान के अतिरिक्त अन्य सभी को काले पानी की सजा हुई। इस मुकद्दे के साथ ही वहाबियों पर सरकार द्वारा चलाई जा रही कार्यवाहियों का अंत हो गया। साथ ही वहाबी आंदोलन भी लगभग दब गया। हालांकि इसकी ज्वालाएं समय-समय पर भड़कती रहीं।
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बिहार में 1857 का विद्रोह व्यापक रूप से सर्वप्रथम कहाँ हुआ था ?
A) पटना
B) छपरा
C) गया
D) मुजफ्फरपुर
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ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (2007-2012) में सर्वशिक्षा अभियान में केन्द्र-राज्य की हिस्सेदारी का प्रावधान कितना है?
A) 60 : 40
B) 50 : 50
C) 40 : 60
D) 75 : 25
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बिहार प्रदेश में जूट उद्योग से संबंधित कौन-सा कथन सत्य है?
A) जूट का उत्पादन मुख्यतः किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और अररिया जिले में होती है।
B) बिहार के लगभग सारे जूट मिल बंद हैं।
C) ग्यारहवीं योजना अवधि के दौरान जूट उत्पादन के विकास के लिए 100 लाख परिव्यय की योजना है।
D) उपर्युक्त सभी
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बिहार राज्य में औद्योगिक पूँजी बाजार की मुख्य इकाई कौन-सी है?
A) बिहार चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इन्डस्ट्रीज
B) मगध स्टॉक एक्सचेंज
C) बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
D) उपर्युक्त में कोई नहीं
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बिहार राज्य में खेल-कूद को प्रोत्साहित करने का श्रेय किसे दिया जाता है?
A) मोइनुल हक को
B) मजहरुल हक को
C) कीर्ति आजाद को
D) उपर्युक्त सभी को